Raw turmeric benefits: मौसम का मिजाज बदल रहा है। दिन में तेज धूप और शाम को हल्की ठंड होने से कई लोगों की सेहत बिगड़ रही है। ऐसे में आपको अपनी दिनचर्या के साथ-साथ खानपान में बदलाव करना चाहिए। अगर आप बीमार होने से बचना चाहते हैं तो औषधीय गुणों से भरपूर चीजों को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इसके लिए हल्दी एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसमें करक्यूमिन नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है। जोकि सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यूं तो हल्दी से आप झटपट हल्दी के शॉट्स (Turmeric Shots) बना सकते हैं। लेकिन आपको कुछ लजीज खाने का मन है तो आप राजस्थानी स्टाइल में कच्ची हल्दी की सब्जी भी ट्राई कर सकते हैं।

कच्ची हल्दी खाने का बेस्ट टाइम (Best time to eat raw turmeric)

यूं तो हर मौसम में कच्ची हल्दी स्टोर करके बाजार में बेचा जाता है। लेकिन कच्ची हल्दी खाने का बेस्ट टाइम नवंबर से मार्च का होता है। इस दौरान कच्ची हल्दी खाने का सबसे ज्यादा लाभ मिलता है।

कच्ची हल्दी को डाइट में शामिल करने के तरीके

कच्ची हल्दी को आप रोजाना सब्जी में डालकर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा कच्ची हल्दी को पीसकर दाल में भी डाला जा सकता है। बदलते मौसम में स्वस्थ्य रहने के लिए आप कच्ची हल्दी को साफकर आप उसके कैप्सूल्स भी बना सकते हैं। इसे आप रोजाना खा सकते हैं। वहीं कच्ची हल्दी को पीसकर दूध में डालकर सेवन भी किया जा सकता है।

राजस्थानी स्टाइल में कच्ची हल्दी की सब्जी कैसे बनाएं? (How to make Rajasthani style raw turmeric curry)

इन चीजों की पड़ेगी जरूरत

कच्ची हल्दी की गांठें – 1 कटोरी
प्याज – 1
लहसुन – 5-6 कली
मटर – 1 कप
दही – 1/2 किलो
देसी घी – 250 ग्राम
जीरा – 1 टी स्पून
हींग – 1 चुटकी
हरी इलायची – 2-3
हरी मिर्च – 2-3
लाल मिर्च पाउडर – 1 टी स्पून
धनिया पाउडर – 2 टी स्पून
काली मिर्च – 1 टी स्पून
सौंफ पाउडर – 2 टी स्पून
हरी धनिया पत्ती – 2 टेबलस्पून
दालचीनी – 2 टुकड़े
नमक – स्वादानुसार

हल्दी की सब्जी बनाने का आसान तरीका

हल्दी की सब्जी बनाने के लिए गांठ वाली हल्दी को कद्दूकस कर लें। प्याज को छोटे टुकड़ों में काट लें। कड़ाही में देसी घी गर्म करें। इसमें हल्दी डालकर सुनहरा होने तक भूनें। इसे हटाकर घी में मटर डालकर भूनें और निकाल लें। दही लेकर मिक्सिंग बाउल में लाल मिर्च और धनिया पाउडर के साथ मिलाकर मिक्स कर लें। घी को गर्म करें। जीरा, सौंफ और अन्य मसाले डालें। बारीक कटा प्याज डालें। अदरक, लहसुन, हरी मिर्च डालकर पकाएं। दही का मिश्रण डालें और 3-4 मिनट तक पकने दें। अब हल्दी और मटर के दाने डाल दें। नमक डालकर एक बार अच्छे से मिक्स कर लें। 10 मिनट पकाएं। हरी धनिया पत्ती डालें।

इन बातों का रखें ध्यान

हल्दी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन बहुत ज्यादा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको उल्टी, दस्त या कब्ज की दिक्कत हो सकती है। महिलाओं को पीरियड्स में भी इसका सेवन करने से बचाना चाहिए। गर्भावस्था में भी डॉक्टर की सलाह पर आपको कच्ची हल्दी खानी चाहिए।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।