How Divorce Affects Children, Age by Age: तलाक (Divorce) वैवाहिक जीवन या फिर वैवाहिक बंधन का अंत होता है। इससे सिर्फ दो लोग अलग-अलग नहीं होते हैं, बल्कि पूरा परिवार टूट जाता है। तलाक के बाद सिर्फ पार्टनर ही अलग नहीं होता है, बल्कि इसमे परिवार भी टूट जाते हैं। वहीं, इसका तलाक का सबसे अधिक असर बच्चों पर होता है।

क्या तलाक से बच्चों को नुकसान होता है?

माता-पिता के तलाक के बाद बच्चे मानसिक परेशानियों से भी जूझते हैं और परेशान रहते हैं। ऐसे में इस लेख में हम आपको बताएंगे कि तलाक का बच्चों पर क्या असर होता है और उसे किस परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है।  

जिंदगी का अंत नहीं है तलाक

माता-पिता का तलाक होना जिंदगी का अंत नहीं है। हालांकि, तलाक के बाद बच्चों पर इसका सीधा असर होता है। बच्चों के लिए माता-पिता का एक साथ प्यार छुट जाता है और चेहरे पर मायूसी छा जाती है। तलाक के बाद बच्चे भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाते हैं। तलाक का सबसे बुरा असर 5 से 12 साल के बच्चों पर पड़ता है। यह उम्र का वह पड़ाव होता है, जिसमें बच्चों को माता-पिता का साथ और प्यार चाहिए होता है।

उदास और परेशान रहता है बच्चा

छोटी उम्र के बच्चों पर अच्छी घटनाएं और बुरी घटनाएं दोनों एक साथ समान रूप से छाप छोड़ती है। बच्चे अगर किसी भी घटना को अपने सामने होते देखते हैं तो वह उसे जीवन भर याद करते हैं। अगर माता-पिता बच्चे की छोटी उम्र में ही तलाक ले रहे होते है तो इस अवस्था में बच्चों की परवरिश सही से नहीं हो पाती है और बच्चा हमेशा उदास और परेशान रहने लगता है।

तलाक के बाद बच्चों में आता है बदलाव

माता-पिता के तलाक की खबरों के बीच बच्चा अपने आप को अकेला पाता है। इस स्थिति में बच्चा गुस्सा और उदासी का अनुभव करता है। बच्चा किसी से खुलकर अपनी दिल की बात नहीं कर पाता है। वहीं, तलाक का असर बच्चों की शिक्षा पर पर पड़ता है। उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता है।