खून में यूरिक एसिड की अधिकता को हाइपरयूरिसेमिया(hyperuricemia) कहते हैं। इससे अर्थराइटिस और किडनी में स्टोन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। यूरिक एसिड खासतौर पर जोड़ों को काफी प्रभावित करता है। इसमें हड्डियों के जोड़ों पर गांठ नुमा आकार बन जाता है। जिसकी वजह से जोड़ों में बहुत तेज दर्द होता है। यूरिक एसिड की अधिकता को कुछ आसान घरेलू उपायों की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है। आइए जानते हैं कौन से ऐसे घरेलू उपचार होते हैं जिससे आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं।

खीरे का रस:
खीरे के रस में एल्कलाइजिंग प्रॉपर्टीज होते हैं जो आपके शरीर के तापमान को कम करते हैं। एल्कलाइजिंग प्रॉपर्टीज होने के कारण इसका जूस जोड़ों में यूरिक एसिड की वजह से होने वाले दर्द से राहत दिलाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण भी होते हैं जो सूजन को भी कम करते हैं। खीरा, अदरक और नींबू को ग्राइंडर में पीस लें और उसका सेवन करें। इससे आपको आराम मिलेगा।

सेब का सिरका:
नेचुरल क्लिंजर और डिटॉक्सीफायर होने के कारण, सेब का सिरका शरीर से यूरिक एसिड को हटाने में मदद करता है। इसमें मैलिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड को तोड़ने और खत्म करने में मदद करता है। सेब का सिरका भी शरीर में एल्कलाइन एसिड बैलेंस को रिस्टोर करता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो जोड़ों से यूरिक एसिड निकालता है। सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर पीने से राहत मिलती है।

चेरी:
चेरी में पाए जाने वाला केमिकल यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, बैंगनी और नीले रंग के बेरी में एन्थोकाइनिन नामक फ्लेवोनॉइड होता है जो यूरिक एसिड को कम करने के अलावा सूजन और कठोरता को भी कम करता है। रोजाना 2 गिलास चेरी का जूस पीना यूरिक एसिड की अधिकता से परेशान लोगों के लिए लाभकारी होता है।

नींबू का रस:
नींबू का रस शरीर को अधिक एसिडिक बनाता है। वास्तविकता में यह एक एल्कलाइन इफेक्ट पैदा करता है और यूरिक एसिड को बेअसर करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाली विटामिन-सी यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है। रोजाना सुबह नींबू के रस को गर्म पानी में मिलाकर पीने से आराम मिलता है।