Hindi Diwas 2020: 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी प्रेमियों द्वारा हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। देश में वैसे तो कई भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं। लेकिन भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा का दर्जा हिंदी को ही प्राप्त है। पूरे देश में करीब 77 प्रतिशत से भी अधिक लोगों द्वारा हिंदी बोली जाती है। पिछले कुछ दशकों में हिंदी के साथ भारत में और भी कई भाषाओं का विकास हुआ है। हिंदी की समृद्धि और इसकी स्थिति और विकास पर मंथन को ध्यान में रखते हुए हिंदी दिवस को मनाने का फैसला किया गया।
भारत में हिन्दी दिवस कब मनाया जाता है?: भारत में प्रमुख रूप से बोली जाने वाली हिंदी भाषा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हिंदी दिवस मनाने का फैसला लिया गया। जिसके बाद हिंदी के महत्व को बताने और इसके प्रचार प्रसार के लिए “राष्ट्रभाषा प्रचार समिति” के द्वारा प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी राजभाषा दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया गया। ऐसा इसलिए क्योंकि 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा के द्वारा हिंदी को राज भाषा के रूप में दर्जा दिया गया था।
भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय की धारा 343(1) में बताया गया है कि राष्ट्र की राज भाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी। जिसके बाद 14 सितंबर के दिन को चुना गया और इस दिन हिंदी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था।
क्यों मनाया जाता है हिन्दी दिवस?: हिन्दी पूरे विश्व में चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा के रूप में पहचान रखती है। जिस प्रकार से भारत में कई भाषाएं और बोलियां विलुप्त हो रही हैं, यह चिंतन का विषय बनता जा रहा है। कई स्थानीय बोलियां विलुप्त हो चुकी हैं और हिंदी जैसी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा पर भी इसका असर देखने को मिला है। लगातार आम बोलचाल की भाषा से हिंदी में बोले जाने वाले शब्द गायब हो रहे हैं।
हिंदी दिवस के अवसर पर देश भर में स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगता, कविता पाठ, नाटक, और प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में हिंदी पखवाड़े का आयोजन होता है। हमें यदि हिंदी भाषा को संजोए रखना है तो इसके प्रचार-प्रसार को बढ़ाना होगा। सरकारी कामकाज में हिंदी को प्राथमिकता देनी होगी। तभी हिंदी भाषा को जिंदा रखा जा सकता है।

