Chana ugane ka tarika: सर्दियों की दस्तक के साथ बाजार में साग की कई तरह की वैराइटी मिलने लग जाती हैं। इन्हीं में से एक है चने का साग। डॉक्टर या फिर डायटीशियन हर कोई लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की सलाह देता है। चने का साग सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन, कैल्शियम, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन होता है। ऐसे में ये और भी ज्यादा फायदा पहुंचा सकता है अगर ये बिल्कुल शुद्ध हो। घर में आप बिना किसी केमिकल युक्त फर्टिलाइजर के चने का साग उगा सकते हैं। ऑर्गेनिक चने का साग आप पूरी सर्दियों में घर में उगाकर खा सकते हैं।
इन चीजों की पड़ेगी जरूरत
चने के बीज
गमला या कंटेनर
मिट्टी
जैविक खाद
पानी
स्प्रे पंप या वाटर केन
इस तरह का लें गमला
चना साग उगाने के लिए आप ड्रेनेज युक्त गमले या ग्रो बैग इस्तेमाल करें। इससे पौधा उगाते समय उसके सड़ने की टेंशन नहीं रहेगी।
चने के बीज लगाने के लिए कैसी लें मिट्टी ?
चना साग उगाने के लिए आपको भुरभुरी, रेतीली, उपजाऊ व जल निकासी वाली मिट्टी लेनी होगी। इसके अलावा आप गार्डन की (40%) मिट्टी में पुरानी गोबर खाद (30%), वर्मीकम्पोस्ट (10%) और रेत (20%) मिलाकर अच्छी मिट्टी तैयार कर सकते हैं।
चना के बीज लगाने का तरीका
तली में छिद्र युक्त गमला लें। गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरें। गमले को ऊपर से 1 से 2 इंच खाली रखें जिससे पानी देते समय मिट्टी बहे न। अब मिट्टी में चने के बीज फैलाएं। ऊंगली से हल्का सा उन्हें मिट्टी में दबा दें। इसके बाद ऊपर से मिट्टी की पतली परत बिछा दें। हल्का सा पानी डालें। 10 से 20 दिन में अंकुरण दिखाई देने लगेगा। तापमान व जलवायु के हिसाब से अधिक समय भी लग सकता है।
इन बातों का ध्यान
चने का पौधा ऐसी जगह रखें। रोजाना 6 से 8 घंटे की धूप मिल सकें। चने उगाने के लिए, मिट्टी में नमी बनाए रखें। पौधों की जड़ों तक पहुंचने के लिए धीरे-धीरे और गहराई से पानी दें। खाद, गोबर खाद या अन्य उपयोगी जैविक लिक्विड खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
