मुसलमानों के लिए रमज़ान का महीना बेहद ख़ास होता है। रमज़ान या रमादान का पाक महीना साल 2020 में 24 अप्रैल से शुरू होगा। इस दिन से सभी मुस्लिम अगले तीस दिनों तक रोज़ा रखेंगे। शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर यानि मीठी ईद का त्योहार मनाया जाएगा। हालांकि अभी ईद आने में समय है, लेकिन सभी मुसलमान भाई-बहन रमज़ान का ये पूरा महीना त्योहार की तरह मनाते हैं। मुसलमानों का ऐसा मानना है कि रमज़ान का महीना बरकतों का महीना होता है और इस दौरान लोग दिल खोलकर अल्लाह से दुआ करते हैं।रमादान या रमज़ान का महीना शुरू होने के साथ ही लोग एक दूसरे को बधाई देते हैं और सोशल मीडिया पर भी सबको शुभकामनाएं भेजते हैं। कोरोना वायरस के कारण इस साल लोग मस्जिदों में जाकर दुआ नहीं कर पाएंगें। लेकिन लॉकडाउन के बीच इन संदेशों के ज़रिए लोग अपनों को अपनी दुआएं भेज सकते हैं।
1. ऐ माह-ए-रमजान आहिस्ता चल, अभी काफी कर्ज चुकाना है,
अल्लाह को करना है राजी और गुनाहों को मिटाना है
ख्वाबों को लिखना है और रब को मनाना है
रमजान मुबारक
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2. ना रहेगा ये सदा, कुछ ही दिन का मेहमान है
रहमत से भर लो झोलियां, गुजर रहा माह-ए-रमजान है
रमजान मुबारक
3. आसमान पे नया चांद है आया
सारा आलम खुशी से जगमगाया
हो रही है सहर-ओ-इफ्तार की तैयारी
सज रही हैं दुआओं की सवारी
पूरे हो आपके हर दिल के अरमान
मुबारक हो आप सब को प्यारा रमजान
4. आज के दिन क्या घटा छाई है
चारों ओर खुशियों की फिजा छाई है
हर कोई कर रहा है सजदा खुदा को
तुम भी कर लो रमजान का महीना है
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Highlights
रमज़ान की आमद है
रहमतें बरसाने वाला महीना है
आओ आज सब खताओं की माफी मांग लें
दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में
‘मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी,
खुशियों से भरी रहे आपकी यह जिंदगी,
गम का साया कभी आप पर ना आए,
दुआ है यह हमारी आप सदा यूं ही मुस्कुराएं रमजान मुबारक!
आसमान पे नया चांद है आया
सारा आलम खुशी से जगमगाया
हो रही है सहर-ओ-इफ्तार की तैयारी
सज रही हैं दुआओं की सवारी
पूरे हों आपके हर दिल के अरमान
मुबारक हो आप सब को प्यारा रमज़ान
रमजान के रोज़े हर बालिग मर्द और औरत पर फर्ज़ है। रोज़े का असल मकसद भूखा रहना नहीं अपनी नफ्स (इच्छाओं) पर काबू पाना है। इस माह में एक नेकी का सवाब सत्तर गुना मिलता है। रोज़े की हालत में गीबत, झूठ, लड़ाई आदि बुरे कामों से बचना चाहिए। अल्लाह की खूब इबादत करें और गरीबों की मदद करें।
आसमां पर नया चांद है आया,
सारा आलम खुशी से जगमगाया।
हो रही है सहर-ओ-इफ्तार की तैयारी,
सज रही है दुआओं की सवारी।
पूरे हों आपके दिल के सारे अरमान
मुबारक हो आप सभी को प्यारा रमजान
रमज़ान में सारी तमन्नाएं आपकी पूरी हो जाएं,
आपका मुकद्दर हो इतना रोशन कि
आमीन कहने से सारी दुआएं कबूल हो जाएं।
आप सभी को रमजान मुबारक!
दिल्ली, पटना और झारखंड में रमज़ान का चांद नज़र आ गया है। यानि अब 25 अप्रैल, शनिवार से रोजे रखे जाएंगे। राजधानी दिल्ली में रमज़ान का चांद नज़र आया। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ़्ती मुकर्रम ने चांद दिखाई देने की पुष्टि की है। पटना में भी चांद नजर आने के साथ ही रमजान माह की शुरुआत हो गई। शनिवार को पहला रोजा होगा।
होठों पे न कभी कोई शिकवा चाहिए,
बस निगाह-ए-करम और दुआ चाहिए,
चांद तारों की तमन्ना नहीं मुझको,
आप रहें सलामत खुदा से यही खैरात चाहिए!
आप सभी को रमजान मुबारक!
खुशियां नसीब हो जन्नत नसीब हो,
तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो,
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का,
मक्का और मदीना की जियारत नसीब हो।
आप सभी को रमजान मुबारक!
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
हमारी दुआ है रमज़ान में वो पूरी हो जाए
ये सुबह जितनी खूबसूरत है,
उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो,
जितनी भी खुशियां आपके पास आज हैं,
उससे भी ज्यादा वो आपके पास कल हों
Ramadan Mubarak 2020
रमज़ान में तमन्नाएं आपकी सब पूरी हो जाएं,
आपका मुकद्दर हो इतना रोशन कि
आमीन कहने से सारी दुआएं कबूल हो जाएं।
रमज़ान मुबारक!
रमजान का चांद दिखा, रोजे की दुआ मांगी,
रोशन सितारा दिखा, आपकी खैरियत मांगी।
रमजान आपको मुबारक हो
चांद से रोशन हो रमज़ान तुम्हारा
इबादत से भर जाए रोज़ा तुम्हारा
हर नमाज़ हो कबूल तुम्हारी
बस यही दुआ है खुदा से हमारी
आप सभी को रमज़ान मुबारक!
ऐ चांद उनको मेरा ये पैगाम देना
खुशी का दिन और हंसी की शाम कहना
जब देखें वो तुझे तो उन्हें रमज़ान मुबारक कहना
Ramzan Mubarak 2020
आसमान पे नया चांद है आया, सारा आलम खुशी से जगमगाया
हो रही सहरी-इफ्तार की तैयारी, सज रही दुआओं की सवारी
पूरे हों आपके दिल के अरमान, मुबारक हो आपको रमज़ान
रमज़ान की दिली मुबारकबाद!
इस्लाम धर्म के लोग रोजे के दौरान दिन भर भूखे प्यासे रहते हैं और शाम में इफ्तार के जरिए भोजन ग्रहण करते हैं। वहीं सुबह सेहरी का समय तय होता है जिस समय भोजन किया जाता है। सेहरी सुबह सूरज निकलने से पहले खाए गए खाने को कहते हैं। कहा जाता है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने सेहरी करने को सुन्नत बताया है। जिसके बाद से ही रोजा शुरू किया जाता है। इसी तरह शाम को सूरज ढलने के बाद सब रोजा खोलते हैं तो उसे इफ्तार कहते हैं।
इस्लामिक मान्यता के अनुसार, 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर पवित्र कुरान शरीफ नाजिल हुई थी। तब से रमजान माह को इस्लाम में पाक माह के रूप में मनाया जाने लगा। रमजान का जिक्र कुरान में भी मिलता है। कुरान में जिक्र है कि रमजान माह में अल्लाह ने पैगंबर मोहम्मद साहब को अपने दूत के रूप में चुना है। इसलिए रमजान का महीना मुसलमानों के लिए पाक है।
इस्लामी चन्द्र कैलेंडर के नौवें महीने को रमदान अल मुबारक या रमदान कहा जाता है। इस पूरे महीने में दुनिया भर के मुसलमान रोजे रखते हैं। रोजे के दौरान दिनभर खाना या पानी कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता। रोजा सबके लिए फर्ज है। माना जाता है कि इसे रखने से आत्मा की शुद्धि, अल्लाह की तरफ पूरा ध्यान और कुर्बानी का अभ्यास होता है। अरबी में रोज़ा को ‘सौम’ कहा जाता है जिसका अर्थ है परहेज करना – ना केवल खाने-पीने से बल्कि बुरे काम, बुरी सोच और बुरे शब्दों से भी।
ऐ चांद उनको मेरा पैगाम कहना
खुशी का दिन और हंसी की हर शाम कहना
जब वो देखे बाहर आकर तो उनको मेरी तरफ से
मुबारक हो रमजान कहना
ना रहेगा ये सदा, कुछ ही दिन का मेहमान है
रहमत से भर लो झोलियां, आया माह-ए-रमज़ान है
रमज़ान मुबारक
गुनाहों से खुद को पाक करना
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि
रमज़ान के महीने में हमें भी
खुद की दुआवों में याद रखना
रमजान मुबारक!
ये दुआ मांगते हैं हम आज के दिन
बाकी न रहे कोई गम आज के दिन
आपके आंगन में उतरे हर रोज खुशियों भरा चांद
और महकता रहे फूलों का चमन आज के दिन
चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से
हमारी दुआ है रमज़ान में वो पूरी हो जाए...
हम आपके दिल में रहते हैं, इसलिए हर दर्द सहते हैं,
कोई हमसे पहले विश न कर दे आपको
इसलिए सबसे पहले रमजान मुबारक कहते हैं
Happy Ramadan 2020
सुनो फिर रमजान आ गया है
खुदा की रहमतें और बरकतें लेकर
हैप्पी रमदान 2020
रमजान लेकर आया है
दुआओं की झोली में, खुदा के अल्फाज़
दिल से अल्लाह को याद करो
और पढ़ते रहिए नमाज़
रमज़ान की दिली मुबारकबाद
इस पाक महीने को रमजान या रमदान कहते हैं। इस्लामी कैलेण्डर के अनुसार यह नवां महीना होता है। मुस्लिम समुदाय इस महीने को पवित्र मानते है। मान्यताओं के अनुसार इस महीने की 27वीं रात शब-ए-क़द्र को क़ुरान का अवतरण हुआ। इसी लिये, इस महीने में क़ुरान ज़्यादा पढ़ना पुण्यकार्य माना गया है. तरावीह की नमाज़ में महीना भर कुरान पढ़ा जाता है।
ये सुबह जितनी खूबसूरत है,
उतना ही खूबसूरत आपका हर एक पल हो,
जितनी भी खुशियां आपके पास आज हैं,
उससे भी ज्यादा वो आपके पास कल हों
Ramzan Mubarak 2020
रमजान लेकर आया है
दुआओं की झोली में, खुदा के अल्फाज़
दिल से अल्लाह को याद करो
और पढ़ते रहिए नमाज़
Ramzan Mubarak 2020
रात को नया चांद मुबारक
चांद को चांदनी मुबारक
फलक को सितारे मुबारक
सितारों को बुलंदी मुबारक
और आपको हमारी तरफ से
पाक माह रमजान मुबारक
Ramzan Mubarak 2020
चांद से रोशन हो रमज़ान तुम्हारा
इबादत से भर जाए रोज़ा तुम्हारा
हर नमाज़ हो कबूल तुम्हारी
बस यही दुआ है खुदा से हमारी
जिक्र से दिल को आबाद करना,
गुनाहों से खुद को पाक करना
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है कि
रमजान के महीने में हमें भी
खुद की दुआवों में याद रखना
रमजान मुबारक!
फूलों को बहार मुबारक,
किसानों को खलिहान मुबारक,
परिंदों को उड़ान मुबारक
चांद को सितारे मुबारक
आपको रमजान मुबारक!!!
मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी
खुशियों से भरी रहे आपको यह जिंदगी
गम का साया कभी आप पर न आए
दुआ है यह हमारी आप सदा यूं ही मुस्कुराएं
रमजान मुबारक!
बे-जुबान को जब वो जुबान देता है
परहें को फिर वो कुरान देता है
बक्शने पर आए जब उम्मत के गुनाहों को
तोहफे में गुनहगारों को रमजान देता है
रमजान मुबारक!
खुशियां नसीब हो जन्नत नसीब हो
तू चाहे जिसे वो तेरे करीब हो
कुछ इस तरह हो करम अल्लाह का
मक्का और मदीना की जियारत नसीब हो
आप सभी को रमजान मुबारक!
ऐ चांद उनको मेरा पैगाम कहना
खुशी का दिन और हंसी की हर शाम कहना
जब वो देखे बाहर आकर तो उनको मेरी तरफ से
मुबारक हो रमजान कहना
तेरी सादगी का हुस्न भी लाजवाब है
मुझे नाज़ है के तू मेरा इंतखाब है
Happy Ramadan
सारा आलम खुशी से जगमगाया
हो रही है सहर-ओ-इफ्तार की तैयारी
सज रही हैं दुआओं की सवारी
पूरे हो आपके हर दिल के अरमान
मुबारक हो आप सब को प्यारा रमजान