मुंहासे (acne) सबसे आम त्वचा समस्याओं में से एक है। अकसर मुंहासे हमारे चेहरे पर देखे जाते हैं, पर कई बार बहुत से लोगों को शरीर पर मुंहासे होते हैं। दरअसल मुंहासे तब होते हैं जब त्वचा के छोटे-छोटे छिद्र, जिन्हें रोम या हेयर फॉलिकल्स कहा जाता है, वो जब अवरोधित हो जाते हैं।
सेलिब्रिटी फिटनेस ट्रेनर यास्मीन कराचीवाला, जो कि कैटरीना कैफ, वाणी कपूर और सोफी चौधरी जैसी और भी कई सेलिब्रिटीज को ट्रेन कर चुकी हैं। उन्होंने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया हैं जिसमें उन्होंने शरीर पर होने वाले मुंहासों के बारे में बात की हैं। उन्होंने शरीर पर मुंहासों के लिए ‘आनुवंशिक, हार्मोनल असंतुलन, तेल मालिश, कसरत के दौरान या गर्मी से पसीना, प्रोटीन की खुराक और एनाबॉलिक स्टेरॉयड’ को मुख्य कारण बताया है।
त्वचा विशेषज्ञ और दिल्ली में दादू मेडिकल सेंटर की संस्थापक डॉ निवेदिता दादू ने कहा: “शरीर पर मुंहासे उन्हीं कारकों से कारण होते हैं जिन कारणों से चेहरे के मुंहासे होते हैं, जैसे कि अत्यधिक तेल ग्रंथियां, अतिरिक्त डेड स्किन कोशिकाएं और मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया। जब तेल और डेड स्किंस कोशिकाएं रोम या त्वचा के छिद्रों में फंस जाती हैं, तो यह रुकावट पैदा कर सकती है। यह रुकावट एक ब्लैकहैड का रूप ले लेती है और अगर बैक्टीरिया बढ़ता रहा तो यह सूजन वाले दाने में भी में बदल सकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि शरीर में मुंहासे उन लोगों में अधिक आम हैं जिन्हें पसीना बहुत आता हैं। “गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति और पेरिमेनोपॉज़ जैसे तीव्र हार्मोनल परिवर्तन भी शरीर पर मुंहासे बढ़ा सकते हैं क्योंकि इन संक्रमणकालीन अवधियों के दौरान तेल ग्रंथियां अति सक्रिय हो जाती हैं। (यह भी पढ़ें)- न्यूट्रिशन अलर्ट: जानें महिला रनर के लिए क्यों जरूरी है कैल्शियम
यदि आप भी शरीर पर होने वाले मुंहासे (body acne) से परेशान हैं, तो डॉ दादू ने इसका इलाज करने के कुछ तरीके सुझाएं हैं :
• ऐसे उत्पादों का उपयोग करें जिनमें सैलिसिलिक एसिड या ग्लाइकोलिक एसिड जैसे हाइड्रॉक्सी एसिड मौजूद हों। ये क्लींजिंग एजेंट मुंहासों के इलाज के लिए प्रभावी होते हैं।
• ऐसे उत्पाद को चुने जिसमें ग्लाइकोलिक एसिड या लैक्टिक एसिड जैसे अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड हों। अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड त्वचा को ठीक होने मदद करता है, त्वचा को तेजी से एक्सफोलिएट करता है, और त्वचा के बंद छिद्रों को खोलता है।
• हाइड्रॉक्सी एसिड या बेंज़ॉयल पेरोक्साइड हो युक्त बॉडी वॉश का प्रयोग करें। जिससे डेड स्किन के निर्माण में और बैक्टीरिया के खात्मे में मदद मिलेंगी।
• औषधीय उपचार लोशन या स्प्रे का इस्तेमाल करें। त्वचा को अत्यधिक रूखापन से बचाने के लिए ऐसे स्प्रे चुनें जिनमें सैलिसिलिक एसिड शामिल हों।
• त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श के बाद विटामिन ए प्राप्त रेटिनोइड्स का प्रयोग करें। यह ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को तोड़ता है और बंद रोमछिद्रों को रोकने में मदद करता है।
डॉ जयश्री शरद (यामीन के वीडियो में) और डॉ दादू दोनों एहतियात के तौर पर या इसका इलाज करने के बाद शरीर के मुंहासों को दूर रखने के कुछ सलाह देते हैं।
• तेल मालिश से बचें।
• कसरत या पसीने के बाद जितनी जल्दी हो सके अपने जिम के कपड़े उतार दें और स्नान करें।
• अपने शरीर को एक्सफोलिएट करें क्योंकि यह त्वचा की कोशिकाओं को बाहर निकालने और त्वचा के छिद्रों को मुक्त करने में मदद करेगा। यह शरीर के मुंहासों के आकार और गंभीरता को कम करता है और भविष्य में होने वाले पिंपल्स, व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स को दिखने से रोकने में भी मदद करता है।
• रूखी त्वचा, त्वचा में जलन पैदा कर सकती है, जिसके कारण शरीर में मुंहासे हो सकते हैं। नहाने के बाद, अपने शरीर को गैर-कॉमेडोजेनिक लोशन से मॉइस्चराइज़ करें।
• बालों को धोते समय हमेशा अतिरिक्त सावधानी बरतें और पीठ को भी धीरे से धोएं। बालों के शैंपू और कंडीशनर पीठ पर अवशेष छोड़ सकते हैं जो छिद्रों को बंद कर सकते हैं और शरीर में मुंहासे पैदा कर सकते हैं।
• सैलिसिलिक एसिड या बेंज़ोयल पेरोक्साइड के साथ मुंहासे से लड़ने वाले साबुन का भी उपयोग कर सकते हैं। सैलिसिलिक एसिड युक्त क्लीन्ज़र का उपयोग करने से धक्कों को सुखाया जा सकता है और उसे कम किया जा सकता है। (यह भी पढ़ें)- सर्दियों में बढ़ जाती है बंद नाक-जुकाम की समस्या, ऐसे पाएं निजात