कारोबारी गौतम अडानी के ग्रुप अडानी ग्रुप ने मुंबई एयरपोर्ट को टेकओवर कर लिया है। गौतम अडानी ने इस बात की जानकारी अपने ट्वीट के जरिए दी। इसी के साथ मुंबई एयरपोर्ट का कंट्रोल पाकर अडानी ग्रुप देश का सबसे बड़ा ऑपरेटर बन गया है। गौतम अडानी ने ट्वीट में इसकी जानकारी दी है।

गौतम अडानी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘वर्ल्ड क्लास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मैनेजमेंट का टेकओवर करके हमें खुशी है। मुंबई को गौरवान्वित महसूस कराना हमारा वादा है। अडानी समूह बिजनेस, लग्जरी और मनोरंजन के लिए भविष्य का एयरपोर्ट इकोसिस्टम खड़ा करेगा। हम हजारों स्थानीय लोगों को नया रोजगार देंगे।’

अडानी के इस ट्वीट पर यूजर्स की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। सोहेल अहम फैजल नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘प्लीज़। आप देश की संसद को भी टेकओवर कर लो।’ यूजर चेतन शाह लिखते हैं, ‘सीबीआई-ईडी की मदद से टेकओवर। चोरी, जबरदस्ती, छीनाझपटी।’ ट्विटर यूजर राकेश वर्मा का कहना है, ‘चार्ज कितना बढ़ेगा?’ राहुल आलम नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘शुक्रिया भगवान। आपने ये नहीं कहा कि सरकार का प्रबंधन संभालने में प्रसन्नता हुई। वैसे देश और सरकार के प्रबंधन को पूरी तरह से संभालने में आपको कितने दिन लगेंगे?’

सरकार के साथ साठगांठ के लगे आरोप: ट्विटर यूजर मीर सज्जाद अली लिखते हैं, ‘अडानी भारत के अवांछित प्रधानमंत्री हैं।’ नीलेश मणि नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘सरकार जनता के पैसों से बने एयरपोर्ट को कैसे किसी कारोबारी को सौंप सकती है? कल, बांध, बिजली विभाग, न्यूक्लियर पावर प्लांट भी ऐसे लोगों को दे दिया जाएगा और ये लोगों का शोषण करना शुरू कर देंगे।’ ट्विटर यूजर श्रीनू बेसट्टी लिखते हैं, ‘अगर सबकुछ कॉरपोरेट मैनेज करेगा तो सरकार की जरूरत ही क्या है? चुनाव ही क्यों करवाए जाते हैं? क्यों विभिन्न सरकारी विभाग स्थापित किए गए हैं।’

ट्विटर यूजर तसलीम अहमद लिखते हैं, ‘सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों, गैस पाइपलाइनों आदि का अधिग्रहण पूरा करने के बाद, सरकार को भी टेकओवर कर लो। क्योंकि सरकार ने खुद कहा था कि वह जो कुछ भी अक्षम है उसे बेच देगी। यूजर अलंकृत शुक्ला लिखते हैं, ‘जब दोस्त 18-18 घंटे काम करेगा तो तरक्की तो होनी है।’

मुंबई एयरपोर्ट पर क्या होती है अभी परेशानी? सुदीप अग्रवाल नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं, ‘इस कुछ चौकाने वाली बात नहीं होगी अगर एक दिन आप कहेंगे कि आपने भारत का मैनेजमेंट अपने हाथ में ले लिया। सबको पता है कि किसी समर्थन से आप ये सब कर पा रहे हैं। 10 साल पहले किसी को अडानी के बारे में पता तक नहीं था। अचानक ऐसी छलांग केवल अवांछित साधनों से प्रयास से नहीं लगाई जा सकती है।’

ट्विटर यूजर राखी सुशील कुमार लिखती हैं, ‘मुंबई एयरपोर्ट पर सबसे बड़ी समस्या है कि यहां कोई आराम करने की जगह नहीं है। इसके अलावा टैक्सी और कार भी नहीं मिलती। सारे सामान को लिफ्ट से पी6 तक पहुंचाना भी बहुत मुश्किल होता है। इस मामले में पुराना मुंबई एयरपोर्ट अभी भी ठीक है क्योंकि वहां चीजों को समझना और पिकअप करना काफी आसान है।’