Ganesh Chaturthi 2025: हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का खास महत्व है। हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी के मौके पर भक्त घरों, दफ्तरों, दुकानों और मंदिरों में बप्पा की मूर्ति स्थापित करते हैं।
मान्यता है कि भगवान गणेश जहां भी विराजते हैं, वहां सुख, समृद्धि और खुशहाली का वास होता है। ऐसे में अगर आप भी इस साल अपने घर पर बप्पा का स्वागत करने वाले हैं, तो घर और मंदिर की सफाई पहले ही कर लें। कहा जाता है कि जहां साफ-सफाई होती है, वहां भगवान का वास होता है। इससे पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
पुराने सामान को हटाएं
मंदिर की सफाई करने से पहले इसमें रखें पुराने फूल, माला, अगरबत्ती, कपूर और टूटे-फूटे पूजा के सामान को हटाएं। अब सूखे कपड़े से सभी मूर्तियों और चौकी को पोंछें। अब इसको हल्के गीले कपड़े से साफ करें। भगवान की मूर्तियों को बहुत सावधानी से साफ करें। सोने-चांदी या पीतल की मूर्तियों को नींबू और बेकिंग सोडा के उपयोग से भी आप क्लीन कर सकते हैं।
मंदिर की जगह को करें शुद्ध
मंदिर की सफाई के बाद आप इसको शुद्ध करें। इसके लिए आप गंगाजल का उपयोग कर सकते हैं। गंगाजल को पवित्र माना जाता है और इससे मंदिर का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। इसे चारों ओर छिड़कने से न केवल शुद्धि होती है बल्कि घर में शांति और सुख-समृद्धि का भी वास भी होता है।
चेहरे पर गुलाब जल कैसे लगाएं? इन 3 तरीकों से स्किन बनी रहेगी हेल्दी और मुलायम
नए तरीके से करें मंदिर की सजावट
साफ-सफाई के बाद मंदिर को अब अपने हिसाब से सजाएं। इसके लिए आप ताजे फूलों, तोरण और रंगोली का भी उपयोग कर सकते हैं। गणपति बप्पा की स्वागत में आप मंदिर के चारों ओर रंग-बिरंगी लाइट्स या दीपक को भी लगा सकते हैं।
हरतालिका तीज पर सोने से पहले लगाएं ये लास्ट मिनट मेहंदी डिजाइन