Pregnancy Symptoms: गर्भावस्था का दौर हर महिला के लिए खास होता है। कई प्रेग्नेंसी टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के जरिये महिलाएं पता कर सकती हैं कि वो प्रेग्नेंट हैं या नहीं। वहीं, शरीर में कुछ ऐसे बदलाव या लक्षण दिखते हैं जिससे प्रेग्नेंसी का अंदाजा लगाया जा सकता है। आमतौर पर जिसे प्रेग्नेंसी का सबसे शुरुआती लक्षण माना जाता है वो है पीरियड्स मिस होना। लेकिन मासिक धर्म रुकने के पीछे जरूरी नहीं है कि केवल यही एक कारण हो। ऐसे में आइए जानते हैं क्या हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण और कब आते हैं नजर –

एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्भावस्था का पहला सप्ताह महिला के आखिरी पीरियड्स के सात दिनों बाद से शुरू हो जाता है। ऐसे में लक्षण दिखाई देने में कुछ समय लगता है। शुरुआती लक्षणों में मॉर्निंग सिकनेस, थकान और गंध को लेकर अधिक सेंसिटिविटी हो सकती है।

इंप्लांटेशन ब्लीडिंग: विशेषज्ञों के अनुसार पहले से चौथे सप्ताह में पेट में हल्का दर्द रहता है और थोड़ी स्पॉटिंग देखने को मिलती है। इसे इंप्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहते हैं जो कॉन्सेप्शन के 10 से 14 दिनों के भीतर होता है। इस वजह से महिलाओं को कुछ मात्रा में ब्लीडिंग हो सकती है।

थकान और कमजोरी: एक महीने बाद पीरियड्स मिस होते हैं। चौथे-पांचवें सप्ताह में थकान और छठे सप्ताह तक नॉसिया की परेशानी हो सकती है। प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ने से इस दौरान महिलाओं को अत्यधिक थकान, कमजोरी और नींद आ सकती है।

ब्रेस्ट में दर्द या सूजन: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि चौथे से छठे सप्ताह के बीच हार्मोनल बदलाव की वजह से स्तनों में सूजन या दर्द हो सकता है। उनके अनुसार जब शरीर इन बदलावों को एडजस्ट कर लेगा तो फिर ये दिक्कत दूर हो जाएगी। वहीं, 11वें सप्ताह से निप्पल्स और ब्रेस्ट में बदलाव आने भी शुरू हो जाते हैं। इसके अलावा, छठे सप्ताह तक में बार-बार पेशाब लगना, शरीर में सूजन, मोशन सिकनेस और मूड स्विंग्स भी देखने को मिलता है।

तापमान में बदलाव: छठे सप्ताह से महिलाओं का बॉडी टेंप्रेचर भी अधिक होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि पूरे गर्भावस्था में शरीर का तापमान बढ़ा ही रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान प्रोजेस्टेरोन की अधिकता होती है जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है।

इसके अलावा, अगले तीन-चार सप्ताह में प्रेग्नेंट महिलाओं के शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं जिसमें ब्लड प्रेशर का ज्यादा होना, अत्यधिक थकान और सीने में जलन, पिंपल्स, वजन बढ़ना और चेहरे पर निखार आता है।