टी-20 वर्ल्डकप के महामुकाबले में भारतीय टीम की हार हुई थी। रविवार को खेले गए इस मुकाबले में पाकिस्तान ने 10 विकेट से मैच अपने नाम किया था। अब इस पर पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की भी प्रतिक्रिया आई है। वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट में लिखा, ‘दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध है लेकिन भारत के कुछ हिस्सों में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए पटाखे फूटे थे। अच्छा, वे क्रिकेट की जीत का जश्न मना रहे होंगे। तो, दिवाली पर पटाखे चलाने पर क्या नुकसान है? पाखंड क्यों, सारा ज्ञान तभी याद आता है?’
सहवाग के इस ट्वीट पर वामपंथी नेता कविता कृष्णन ने नाराजगी जाहिर की है। कविता ने लिखा, ‘आप खुद ज्ञान बांट रहे हैं या ज़हर? करवा चौथ के लिए पटाखे फूटे हैं- लेकिन आपने देश के मुसलमानों पर वही पुराना झूठा आरोप लगा दिया कि वे भारत नहीं पाकिस्तान के लिए वफ़ादार हैं। करवा चौथ पर चले पटाखों के लिए भारतीय मुस्लिमों को पाकिस्तान का वफादार बताने पर आपके शर्म आनी चाहिए।’
कविता कृष्णन के ट्वीट पर लोगों की भी अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। बीजेपी नेता शलभ मणि त्रिपाठी ने कविता के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘कसम से ट्विटर ने जितने गद्दार ढूंढ निकाले, उतने तो रॉ, आईबी और NIA भी मिलकर नहीं ढूंढ पाए।’ यूजर पंकज अग्रवाल ने लिखा, ‘करवा चौथ पर पटाखे चलाने के नाम पर हंसी आती है। लेकिन सहवाग ने तो मुस्लिम शब्द का इस्तेमाल ही नहीं किया।’ एक यूजर ने लिखा, ‘आपको लगता है कि हम बेवकूफ हैं। हमारे इलाके में तो कोई पटाखा नहीं फूटा। सभी पटाखे मुस्लिम इलाकों में ही फूटे। आपका कहना है कि मुस्लिम महिलाएं करवा चौथ पर पटाखे चला रही थीं।’
यूजर दिलीप जैन लिखते हैं, ‘बस मुझे तो इतना जानना है कि रात में 12 बजे कौन-से त्यौहार की खुशी मनाई जा रही थी? लगता है आप लोगों ने समझदारी नहीं दिखाने की कसम खाई है।’ स्मिता पाठक नाम की यूजर लिखती हैं, ‘करवा चौथ पर पटाखे किसने फोड़े? इससे पता चलता है कि आप सच्चाई से कितना दूर हो।’ यूजर दलीप पंचोली ने जवाब दिया, ‘ऐसे नकली लोगों का कितना बचाव करोगे? श्रीनगर के मेडिकल कॉलेज में लगे नारों का आप कैसे बचाव करोगे?’
एक यूजर ने लिखा, ‘शायद, आपने वीरेंद्र सहवाग का ट्वीट अच्छी तरह पढ़ा नहीं है। आपको देखना चाहिए कि उन्होंने कहीं भी ‘मुस्लिम’ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। इसका सीधा मतलब है कि आप इस धर्म का खुद ही अंदाजा लगा रही हैं।’ महेंद्र सिंह यादव नाम के यूजर लिखते हैं, ‘आपके ज्ञान के ऊपर एक किताब लिखने का मन कर रहा है। उस किताब का नाम क्या रखूं?’