कोरोना के बाद सभी के स्क्रीन टाइम में बढ़त हुई है। इसके साथ ही आंखों की कई समस्याएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में कंप्यूटर, लैपटॉप पर काम करते समय या अपने मोबाइल पर स्क्रॉल करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आंखों के विशेषज्ञ डॉ मनोज राय मेहता ने आंखों की देखभाल के लिए कुछ टिप्स साझा किए हैं-
ऑफिस में काम करते वक़्त 7 अच्छी आदतें:
* सीधी पीठ और गर्दन के साथ एक आरामदायक कुर्सी पर बैठकर और अगर जरूरत हो तो एक काठ का सहारा लेते हुए पढ़ें और लिखें। आपके कूल्हे और घुटने का जोड़ 90 डिग्री पर झुकना चाहिए।
* किताबों और कागजों पर सही से रोशनी आनी चाहिए। जिससे पढ़ते और लिखते समय छाया न बने।
* आंखों की ओर प्रकाश सीधे नहीं आना चाहिए क्योंकि इससे चकाचौंध सी महसूस होती है और पढ़ने और लिखने में कठिनाई होती है। कमरे में डिफ्यूज बैकग्राउंड लाइट और फोकस्ड लाइट होनी चाहिए।
* काम करने के लिए लैपटॉप से 30 से 50 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए।
* आप जब अपनी सीट पर सीधे बैठे हों तो कंप्यूटर या लैपटॉप स्क्रीन का टॉप-एंड आपकी आंखों की सीध में होना चाहिए।
* कंप्यूटर या लैपटॉप स्क्रीन पर कोई रिफ्लेक्शन नहीं होना चाहिए। खिड़कियां या बल्ब की रोशनी पीछे से नहीं आनी चाहिए। अगर दीवार मैट फ़िनिश पेंट वाली हो तो यह सबसे अच्छा होगा।
* काम करते वक़्त नियमित ब्रेक लें। ताजी हवा के साथ खुली जगह में पहुंचें। 20 कदम चलें और सांसें लें। आंखों को अच्छे से झपकाएं और 20 फीट से आगे देखें। इससे आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगें।
सामान्य 7 अच्छी आदतें
* पर्याप्त नींद लें। अंधेरे कमरे में सोएं।
* सोने से पहले और सुबह उठने के बाद अपनी आंखों को साफ़ पानी से धोएं। अपने हाथों को अच्छी तरह धो लें और आंखों पर पानी के छीटें मारें।
* आंखों के भीतर सूरमा या काजल न लगाए। आंखों के आसपास इस्तेमाल होने वाली पेंसिल या कोई भी मेकअप आइटम का इस्तेमाल न करें।
* विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में लें। इसके लिए शकरकंद, गाजर, हरे पत्ते वाली सब्जियां, टमाटर, सूखे खुबानी, ट्रॉपिकल फल, मछली, लीवर मीट लें।
* 15 दिन से खुले आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करें। आई ड्रॉप्स को टैल्कम पाउडर, परफ्यूम आदि से दूर रखें।
* जब आपको आंखों में लाली, फ्रैंक डिस्चार्ज, आंखों से ज्यादा पानी गिरे या दर्द होने लगे तो अपने कॉन्टैक्ट लेंस को तुरंत हटा दें। इन संकेतों को नजरअंदाज न करें।
* अगर कोई चीज़ आंख में गिर जाए, तो आंख को न रगड़ें और न ही कपड़े के टुकड़े से इसे हटाने की कोशिश करें। इसके लिए एक साफ सूती पैड से आंखों को कवर करें और डॉक्टर से मिलें।