Kadha For Mucus: छाती में जमे बलगम के कारण सांस लेना तक लेना मुश्किल हो जाता है। अगर इसे समय रहते सही नहीं किया गया, तो बढ़े हुए बलगम के कारण निमोनिया, फेफड़े में इंफेक्शन जैसी कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बदलते मौसम के कारण सर्दी-खांसी की समस्या होना आम बात है, लेकिन ये समस्या लंबे समय तक रहने के कारण बलगम का रूप ले लेती है। छाती में बलगम जम जाने के कारण गले में खराश, दर्द, छाती में भारीपन, खांसी,कफ जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके कारण दिनचर्या पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान है,तो इस काढ़ा का सेवन कर सकते हैं।
बलगम से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा (Ayurvedic Kadha To Get Rid Mucus)
आयुर्वेदिक काढ़ा बनाने की सामग्री
- एक गिलास पानी
- आधा चम्मच कच्ची हल्दी
- थोड़ा सा गुड़
- एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर
- 4-5 कूटी हुआ काली मिर्च
- आधा चम्मच सौंफ
- 7-8 काली तुलसी की पत्तियां
ऐसे तैयार करें आयुर्वेदिक काढ़ा (How To Make Kadha To Treat Mucus)
एक पैन में एक गिलास पानी डालकर गर्म करें। इसके बाद इसमें तुलसी, हल्दी, दालचीनी, सौंफ, काली मिर्च डालकर धीमी आंच में पकने दें और फिर इसमें गुड़ डाल दें। जब पानी आधा रह जाएं, तो गैस बंद कर दें और इसे छान लें।
बलगम से निजात पाने के लिए ऐसे करें काढ़ा का सेवन
बलगम की समस्या से निजात पाने के लिए आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं। लगातार तीन दिन इसका सेवन करने से आपको लाभ नजर आ जाएगा।
इस आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन छोटे बच्चों को कराने से बचना चाहिए या फिर कम मात्रा में सामग्री डालकर बना सकते हैं, क्योंकि इस काढ़े की तासीर गर्म होती है जिसके कारण ये नुकसानदेह साबित हो सकता है।
बलगम में कैसे काम करेगा ये काढ़ा?
तुलसी, हल्दी, काली मिर्च, दालचीनी आदि में एंटीबायोटिक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लामेट्री जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो छाती में हुए इन्फेक्शन को ठीक करने के साथ बलगम को ढीला करने में मदद करते हैं, जिससे आसानी से छाती में जमे बलगम से निजात मिल जाती है।