Alcohol effects on pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी सेहत का बहुत ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि शिशु भी मां के ही जरिये पोषण प्राप्त करता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को इस दौरान कई चीजों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। इसी में से एक है शराब का सेवन, प्रेग्नेंसी के समय शराब पीने से होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हाल में हुए एक शोध में ये बात सामने आई है कि प्रेग्नेंसी में शराब का सेवन करने से शिशु को दिमागी बीमारी होने का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंट महिलाओं को इस दौरान क्यों दी जाती है शराब नहीं पीने की सलाह।
शराब होने वाले बच्चे के वजन को भी करता है प्रभावित: ‘नवभारत टाइम्स’ की एक खबर के अनुसार, प्रेग्नेंट महिलाएं अगर शराब पीती हैं तो इससे होने वाले शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन काफी कम हो जाता है। साथ ही साथ, उनके मस्तिष्क पर भी इसका असर होता है। ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में हुई एक शोध की मानें तो शराब से जन्म के समय में बच्चों का वजन बहुत कम रहता है और उनमें कई दिमागी बीमारी का खतरा भी बढ़ता है। इससे बच्चों का ज्ञान और उनकी संज्ञानात्मक क्रियाएं (Cognitive Functions) भी प्रभावित होती हैं।
इस वजह से हो सकता है मिसकैरेज: कई बार अधिक स्ट्रेस लेने या खुद पर ठीक तरह से ध्यान नहीं देने से गर्भवती महिलाओं का मिसकैरेज यानि कि गर्भपात भी हो जाता है। ऐसे में महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पीसीओडी महिलाओं में होने वाली एक आम बीमारी है जिसकी वजह से गर्भपात होने का खतरा रहता है। इस बीमारी में महिलाओं की ओवरी में हार्मोन का लेवल बढ़ने से ओवरी में सिस्ट बनने लगती है। सही समय पर इलाज नहीं होने पर इसके साइज में वृद्धि होती है जिससे गर्भधारण पर असर पड़ता है।
वहीं, अधिक मोटापा और ज्यादा उम्र में मां बनने पर भी मिसकैरेज का खतरा होता है। बैक्टीरियल इंफेक्शन और क्रोमोसोनल असामान्यताएं भी कई बार गर्भवती महिलाओं में गर्भपात का कारण बनती हैं।
मिसकैरेज से ऐसे करें बचाव: मिसकैरेज महिलाओं को सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक तौर पर भी बुरी तरह से प्रभावित करती है। ऐसे में जरूरी है कि प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान भूलकर भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। ‘दैनिक जागरण’ की एक खबर की मानें तो गर्भावस्था के दौरान कम मात्रा में भी शराब पीना बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा, समय-समय पर डॉक्टर्स से सलाह लेते रहें।