मानसून के सीजन में सांप काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों से आए दिन ऐसी खबरें आती हैं। कई बार सांप काटने के बाद लोग तत्काल डॉक्टर के पास जाने के बजाए दूसरे चक्करों में पड़ जाते हैं। बीएचयू में न्यूरोलजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विजय नाथ मिश्रा बता रहे हैं कि यदि किसी को सांप काट ले तो ये 5 काम तुरंत करने चाहिए और इन गलतियों से बचना चाहिए…
सांप काटने पर तुरंत करें ये काम:
1. सांप अगर काट ले तो कोशिश करें की जिस जगह पर काटा है, शरीर का वह हिस्सा बिल्कुल भी ना हिले।
2. जहां काटा है, उस जगह पर बीटाडीन या फिर स्क्रब सोल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि अगर ब्लीडिंग हो रही है तो उसे हो जाने दें और बाद में इन चीजों का इस्तेमाल करें।
3. कोशिश करें कि जल्दी-से-जल्दी अस्पताल पहुंचे।
4. अस्पताल में जाने से आपको यह पता चलेगा की घाव कितना गहरा है।
5. साथ ही यह भी पता चल जाएगा की आपको जहर वाले सांप ने काटा है या नहीं।
डॉ. विजय नाथ मिश्रा के मुताबिक भारत में मुख्य तौर पर दो तरह के सांपों के काटने की घटनाएं होती हैं। पहला करैत और दूसरा कोबरा। करैत के काटने की जगह ऐसी दिखती है कि जैसे किसी मच्छर ने काटा हो। लेकिन करैत के काटने के बाद काटने वाली जगह पर सूजन आती है। जबड़े और घुटने में दर्द शुरू हो जाता है। इसका मतलब यह है कि शरीर में जहर फैलने लगा है।
वहीं, अगर कोबरा काट ले तो उस जगह पर बहुत अधिक सूजन होती है, घाव की तरह दिखने लगता है। आंखों में परेशानी और पेट में अकड़न जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इन दो सांपों को पहचानना बहुत जरूरी है। इसके अलावा धामिन और दोमुंहे सांप में जहर नहीं होता। ऐसे में आपको लक्षण पहचानना जरूरी है।
क्या नहीं करना चाहिए:
– सांप काटने के बाद किसी बाबा, ओझा, झाड़-फूंक, नीम की पत्ती को चबा कर देखना, कि कड़वा लग रहा है या मीठा, यह सब बिल्कुल नहीं करना चाहिए। पूर्वांचल के गांवों में सांप काटने पर ज्यादातर लोग नीम की पत्ती चबाकर पता लगाते हैं कि सांप ने काटा है या नहीं, हालांकि यह बहुत गलत भावना है।
– पंडित और ओझा के पास जाना से समय बर्बाद होता है। इन चक्करों में कतई न पड़ें
– जहां सांप ने काटा है, वहां पर चीरा नहीं लगाना चाहिए, इससे सेप्टिक होने के चांस बन जाते हैं।
– सांप काटने पर तनाव नहीं लेना चाहिए, क्योंकि घबराहट में अक्सर लोगों की मौत हो जाती है।