Weight Loss Tips: अपने वजन के प्रति आज के समय में ज्यादातर लोग सजग हो गए हैं। मोटे लोगों की तुलना में पतले लोग अधिक हेल्दी, एक्टिव और बीमारियों से दूर रहते हैं। हृदय रोग और डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों में से एक मोटापा भी होता है। ऐसे में हर व्यक्ति चाहता है कि उसका वजन नियंत्रित रहे। किसी भी व्यक्ति का बॉडी मास इंडेक्स जानकर ये पता लगाया जा सकता है कि उसे फिट रहने के लिए कितनी कैलोरीज कम करने की जरूरत है। हालांकि, वजन कम करने की प्रक्रिया हर किसी के लिए एक समान नहीं होती है। किसी को वेट लॉस के लिए दूसरों से अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इस सूची में छोटे कद के लोग भी शामिल हैं जिन्हें अपना वजन नियंत्रण में रखने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ता है। आइए जानते हैं कम हाईट के लोगों को क्यों करनी पड़ती है वेट लॉस के लिए ज्यादा मेहनत और किन बातों का इन्हें रखना चाहिए ख्याल-

इसलिए होती है अधिक परेशानी: छोटे कद के लोगों में लंबे लोगों की अपेक्षा मसल मास कम होता है जिस कारण उनका मेटाबॉलिज्म भी उनसे कम होता है। वजन कम करने में मेटाबॉलिज्म बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। वैसे लोग जिनका मेटाबॉलिक रेट हाई होता है, उन्हें वजन घटाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है। वहीं, कमजोर मेटाबॉलिज्म वाले लोगों को वेट लॉस के लिए अधिक पसीना बहाना पड़ता है।

ये भी है एक कारण: इसके अलावा, लंबे लोगों की मांसपेशियां ज्यादा लचीली यानि कि फ्लेक्सिबल होती हैं। इस वजह से आराम करते या सोते वक्त भी इनका शरीर कैलोरीज को बर्न करने में सक्षम होता है जबकि छोटे कद के लोगों के साथ ये फायदा नहीं होता है। ऐसे में उनके लिए सही डाइट लेना बहुत जरूरी है।

डाइट पर दें ध्यान: एक्सपर्ट्स के अनुसार वैसे लोग जिनकी हाईट कम है और वो वजन घटाना चाहते हैं, वो जब और जितना चाहें उतना नहीं खा सकते हैं। नहीं तो कैलोरीज को बर्न करने में ज्यादा समय लग सकता है। ऐसे में जरूरी है कि ये लोग अपनी खुराक से थोड़ा कम ही भोजन करें। साथ ही, अपनी डाइट प्रोटीन युक्त खाने को ज्यादा से ज्यादा शामिल करने की कोशिश करें।

इन बातों का रखें ख्याल: छोटे कद के लोगों को अपना बॉडी मास इंडेक्स (BMI) हर महीने चेक कराना चाहिए और उसी के अनुरूप अपनी डाइट फिक्स करनी चाहिए। कम हाईट के ज्यादातर लोगों की लोअर बॉडी में फैट जमा होती है जिस कारण उनके लिए योग व एक्सरसाइज करना मुश्किल होता है। ऐसे में वजन घटाने के लिए ये लोग रोजाना नियमित रूप से आधा घंटा वेटलिफ्टिंग कर सकते हैं।