प्यार के त्योहार वैलेंटाइन्स डे के मौके पर अपने लवर को कौन खुश नहीं करना चाहता। सभी इस दिन को अपने हिसाब से शानदार बनाना चाहते हैं। लेकिन अगर तुलना की जाए तो दिल्लीवाले वैलेंटाइन्स डे के मौके पर दिल खोलकर खर्च कर रहे हैं, जबकि अमेरिकी हर साल इस फेस्टिवल को मनाने में खर्चे कम कर रहे हैं। हालांकि इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है कि भारत में वैलेंटाइंस डे का बिजनेस कितना बड़ा है, लेकिन असोचैम के 2014 के आंकड़ों के मुताबिक यह उस साल 22000 करोड़ का था।
टाइम्स अॉफ इंडिया ने गाजीपुर फूल मंडी के विक्रेताओं के हवाले से बताया कि 12 से 14 फरवरी के बीच दिल्लीवाले करीब 5 से 6 करोड़ रुपये लाल गुलाब पर खर्च करते हैं। यह आंकड़ें सिर्फ लाल गुलाब के हैं। दूसरे रंग के गुलाब के फूलों की बिक्री को इसमें शामिल नहीं किया गया है। आम दिनों में जहां एक लाल गुलाब की कीमत 20 रुपये की आसपास होती है वहीं, 14 फरवरी को इसकी कीमत 10 गुणा बढ़ जाती है। यानी एक लाल गुलाब 200 रुपये में बिकता है। लेकिन दिल वालों की दिल्ली में लोग प्यार के इस दिन को खास बनाने के लिए दिल खोलकर पैसा खर्च करते हैं।
यही वजह है कि वैलंटाइंस डे के दिन लोग एक लाल गुलाब पर 200 रुपये से लेकर 2100 रुपये तक खर्च कर देते हैं। दूसरी ओर अमेरिका के नैशनल रिटेल फेडरेशन (एनआरएफ) के सालाना सर्वे के मुताबिक अमेरिकी कंस्यूमर्स पिछले साल की तुलना में इस साल वैलेंटाइन्स डे के मौके पर कम खर्च करेंगे। पिछले साल अमेरिकियों ने इस मौके पर औसतन 146.84 डॉलर खर्च किए थे, लेकिन इस बार यह आंकड़ा औसतन 136.57 डॉलर रहने का अनुमान है। एनआरएफ के सीईओ मैथ्यू शाय ने बताया कि ग्राहक अब इस मौके पर ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते, लेकिन फिर भी वैलेंटाइन्स डे गिफ्ट देने का शानदार दिन बना रहेगा।
गाजीपुर फूल मंडी के एक फूल विक्रेता अच्छे लाल ने टीओआई को बताया कि 12 फरवरी से रेड रोज बहुत तेजी से बिकता है। वह कहते हैं, साल के अन्य दिनों में लोग गेंदे के फूल लेते हैं, लेकिन वैलेंटाइन्स डे के मौके पर गुलाब के फूल खरीदना उन्हें अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि हमने 2 दिन में लाल गुलाब के 1 हजार बंडल बेचे हैं। हर बंडल की कीमत 180 से 220 रुपये है यानी मैंने करीब 2 लाख रुपये कमाए हैं। एक फूलवाले का तो यहां तक कहना है कि उसने एक खास किस्म का गुलाब 2100 रुपये में बेचा है।
वहीं एनआईएफ के मुताबिक अमेरिकी वैलेंटाइन्स डे को एक रोमांटिक हॉलिडे मानते हैं। 2007 में एनआरएफ ने पाया था कि 63 प्रतिशत अमेरिकी रोमांटिक हॉलिडे पर पैसा खर्च किया था, जबकि इस बार यह सिर्फ 54 प्रतिशत है। उनके मुताबिक वैलेंटाइन्स डे के मौके पर बिजनेस हमेशा ही प्रतिस्पर्धा भरा रहता है। लेकिन इस बार लोगों के कम खर्च करने से इसमें और मुश्किलें आएंगी। स्टोर्स को अमेरिकी नागरिकों को लुभाने के लिए शानदार स्कीम्स लानी ही पड़ेंगी।

