Chhath Puja 2024: बिहार सहित देश के कई हिस्सों और विदेशों में भी छठ का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार इसकी शुरुआत 5 नवंबर यानी मंगलवार के दिन नहाय खाय से हो रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में छठ माता और भगवान सूर्य की पूजा और उपासना की जाती है। छठ पूजा बिहार के अलावा झारखंड, और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। वहीं, पड़ोसी देश नेपाल के कुछ जगहों पर भी इसको सेलिब्रेट किया जाता है।
छठ पर सूर्य को दिया जाता है अर्घ्य
दरअसल, छठ में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। ऐसे में आप देश के कई सूर्य मंदिर में जाकर इस दिन दर्शन कर सकते हैं। हम इस लेख में देश में मौजूद सभी सूर्य मंदिर के बारे में बताएंगे, जहां आप आसानी से दर्शन कर पाएंगे। इस दिन सूर्य मंदिर में दर्शन करने से मनोकामना पूरी होती है।
बिहार का सूर्य मंदिर (Sun Temple In bihar)
छठ के मौके पर आप बिहार आ सकते हैं। यहां पर छठ पर अलग ही धूम रहती है। यहां देश के 12 सूर्य मंदिरों में से नौ अकेले बिहार में है। औरंगाबाद में देवार्क मंदिर काफी फेमस है। यह मंदिर बिहार के औरंगाबाद जिले में देव नामक स्थान पर स्थित है, जो भगवान सूर्य को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। पूरे देश में मौजूद सभी सूर्य की मंदिरों में यह अनोखा है। इस मंदिर के दरवाजे पूरब की ओर न होकर पश्चिम की ओर है।
रांची का सूर्य मंदिर: Sun Temple, Ranchi
झारखंड में भी एक प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है, जो राजधानी रांची से करीब 39 किलोमीटर दूर बुंडू नामक जगह पर स्थित है। यह मंदिर ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर जैसा दिखता है। मकर संक्रांति और छठ पूजा के दौरान यहां लोगों की भारी भीड़ होती है।
सूर्य मंदिर, ओडिशा (Konark Sun Temple)
छठ पूजा के मौके पर बिहार और उत्तर प्रदेश के मौके पर अगर आप बिहार नहीं गए हैं तो आप ओडिशा जा सकते हैं। यहां पर भी छठ की काफी रौनक होती है। ओडिशा के कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यह मंदिर भी भगवान सूर्य को समर्पित है। मंदिर की संरचना एक विशाल रथ के आकार में बनाई गई है, जिसमें 24 पहिए हैं और इसे सात घोड़े खींच रहे हैं। ये पहिए साल के 12 महीनों और 24 घंटे को दर्शाते हैं।