हर कार्य को करने से पहले उसके सफल या विफल होने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। कार्य को जारी रखना चाहिए। प्रतिदिन के कार्यों के दौरान हम आदतन कुछ काम ऐसे करते रहते हैं, जिन्हें करते हुए हम न सिर्फ अपने काम को प्रभावित करते हैं, बल्कि खुद तनाव में रहते हैं। यदि हम अपनी ऐसी कुछ आदतों को छोड़ दें तो इसका परिणाम अपने आप ही हमारे कार्य की उत्पादकता पर नजर आएगा।

गैरजरूरी लोगों के बारे में सोचना : जिन लोगों के बारे में सोचने से आपके कार्य में कोई तरक्की या आपकी जिंदगी में कोई उपलब्धि नहीं होगी, उनके बारे में सोचकर समय न बर्बाद करें। आपके परिवारजन या दोस्त ही ऐसे लोग हैं, जिनके बारे में असलियत में आपको सोचने की जरूरत है। कई बार लोग किसी अभिनेता, अभिनेत्री या ऐसे किसी इंसान के बारे में सोचने लग जाते हैं जिन तक उनकी पहुंच ही नहीं है।

फोन चेक करना : अकसर देखा जाता है कि वार्तालाप के दौरान लोग लगातार अपना फोन चेक करते रहते हैं। यह बहुत ही खराब आदत है। किसी से बात करते समय बार-बार अपने फोन ना देखें। साथ ही उस दौरान किसी के संदेश का जवाब भी न दें। हालांकि ऐसा करने से सामने वाला कुछ नहीं कहेगा, लेकिन अवश्य ही उसे अच्छा नहीं लगेगा और इससे आपकी बातचीत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

काम के बीच मेल देखना : कार्य के बीच में फोन के संदेश या ईमेल देखा भी एक ऐसी आदत है जो आपकी कार्यक्षमता पर विपरीत असर डालती है। हर संदेश, पॉप अप ट्विट या ईमेल को तुरंत देखने की भी कोई जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। जिस काम को कर रहे हैं, उसे पूरे ध्यान से करें। पहले जो काम कर रहे हैं उसे समाप्त कर लें फिर उन्हें चेक करें।

अच्छे काम के लिए इंतजार करना : किसी काम को करने के लिए तब तक इंतजार करना, जब तक आपको यह न लगे कि आप कामयाब हो जाएंगे, यह सोच गलत है क्योंकि आप किसी भी काम को करते समय यह नहीं कह सकते कि आप उसमें कामयाब हो ही जाएंगे। इसलिए काम को शुरू कर देना चाहिए। उसमें सफल होेंगे या विफल ये बाद की बात है।

किसी की बुराई करना : किसी की बुराई करने से आपकी छवि भी धूमिल होती है। ऐसा करने से कहीं अच्छा है कि आप अपने समय को कुछ रचनात्मक या काम की बातों में लगाएं। इससे न केवल आपके काम में प्रगति होगी, बल्कि आपको दूसरों से सम्मान भी मिलेगा।

ना कहना भी शुरू करें : अपने किसी दोस्त या सहकर्मी को कई बार किसी काम के लिए मना करना मुश्किल होता है, लेकिन इसमें कोई बुराई नहीं। ज्यादातर लोग इसे समझेंगे और जो नहीं समझेंगे उनके बारे में ज्यादा सोचने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में यदि आप ना कहेंगे तो आपको थोड़ी देर के लिए बुरा लगेगा, लेकिन यदि आप हां कहेंगे तो आपको ज्यादा समय के लिए बुरा लग सकता है।