इंस्टेंट एनर्जी के लिए इन दिनों बाजार में ग्लूकोज पाउडर के कई ब्रांड उपलब्ध हैं। गर्मियों में इनका सेवन विशेष रूप से तब किया जाता है जब आप कम ऊर्जावान या बीमार महसूस करते हैं। ग्लूकोज पाउडर में कार्ब्स और घुलनशील चीनी होती है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। कई लोगों के मन में ये सवाल आता होगा कि प्रेग्नेंसी के दौरान ग्लूकोज पीना चाहिए या नहीं?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक गर्मियों में ग्लूकोज पीने से गर्भवती महिलाओं की कमजोरी दूर होगी और राहत मिलेगी, तो इसमें ज्यादा सच्चाई नहीं है। क्योंकि अन्य चीजों के सेवन से भी गर्मी से राहत पाई जा सकती है। वैसे भी गर्भवती महिलाओं के खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रणाली आहाले ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान ग्लूकोज का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे महिला और बच्चे दोनों को नुकसान हो सकता है। इससे मां और बच्चे दोनों का वजन बढ़ सकता है। दोनों मधुमेह का कारण भी बन सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक पौष्टिक आहार देना चाहिए। अगर महिला को गर्मी या बेचैनी महसूस हो रही है, तो आप उसे एनर्जी के लिए पीने के लिए कुछ और चीजें दे सकते हैं।

ऐसे में आपके लिए यह समझना जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान ग्लूकोज का सेवन करने के बजाय अगर आपको तुरंत ऊर्जा की जरूरत महसूस हो या किसी तरह की परेशानी हो तो आपको फलों के जूस या स्मूदी का सेवन करना चाहिए। इससे गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों को फायदा हो सकता है।

इसके साथ ही यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं जैसे मॉर्निंग सिकनेस, जी मिचलाना और उल्टी से भी राहत दिला सकता है। आप चाहें तो गर्भावस्था के दौरान चुकंदर का जूस, संतरा और मौसमी जैसे फलों का जूस भी पी सकती हैं। इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आप अंदर से ऊर्जावान महसूस करते हैं।

गर्भावस्था के दौरान ग्लूकोज पीने के नुकसान

  • गर्भावस्था के दौरान ग्लूकोज के अधिक सेवन से मां को मधुमेह होने का खतरा होता है। इससे बच्चे पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
  • दरअसल, गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में जो भी हार्मोनल बदलाव होते हैं, उनमें इंसुलिन बढ़ने की संभावना रहती है। ऐसे में ग्लूकोज के सेवन से यह समस्या और बढ़ सकती है।
  • इसका अधिक सेवन आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलन को बिगाड़ सकता है, साथ ही पेट दर्द, अनियमित दिल की धड़कन और हाइपरोस्मोलर सिंड्रोम का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से आपको सिरदर्द और तनाव की समस्या हो सकती है। इसलिए विशेषज्ञों की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
  • ग्लूकोज की जगह आप फ्रूट जूस, शेक और स्मूदी पी सकते हैं। इसके अलावा आप खुद को हाइड्रेट रखने के लिए छाछ, लस्सी और नींबू पानी भी पी सकते हैं।