हर लड़की की जिंदगी में शादी बेहद ही खास होती है। क्योंकि, शादी के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। नए रिश्तों के साथ-साथ उन्हें निभाने की जिम्मेदारियां भी लड़की के कंधों पर आ जाती हैं। हालांकि, शादी से कुछ दिनों पहले लड़का हो या लड़की दोनों के घरों में बेहद ही रौनक रहती है। भारतीय परंपरा की बात करें तो शादी से पहले दुल्हन के घर में हल्दी, मेहंदी और संगीत सेरेमनी जैसी कई सारी रस्में होती हैं।
हालांकि, शादी से करीब 2 या 3 हफ्ते पहले दुल्हन के घर में चूड़ियां पहनाने की रस्म होती हैं। इसमें लड़की की बहनें उसकी दोस्त और परिवार के अन्य सदस्य उसे चूड़ियां पहनाते हैं। ये चूड़ियां लड़की शादी के दिन तक पहनें रखती है।
क्यों शादी से पहले पहनाई जाती हैं हरी-लाल चूडियां: बैंगल्स की रस्म के दौरान नई दुल्हन को हरी और लाल चूड़ियां पहनाई जाती हैं। क्योंकि हिंदू धर्म में चूड़ियों को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। साथ ही यह भी मान्यता है कि लाल और हरी रंग की चूड़ियां दुल्हन को बुरी नजर से बचाती हैं।
बता दें, अलग-अलग रंग की चूड़ियों का अलग-अलग महत्व होता है। जहां लाल रंग प्रेम और हरा रंग महिलाओं को नैचर से जोड़ता है। वहीं नीला ज्ञान का प्रतीक, पीला खुशी का, सफेद नई शुरुआत का, नारंगी सफलता का, चांदी ताकत का और सोने की चूड़ियां भाग्य और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती हैं।
बदलते समय के साथ बदल गया फैशन: बदलते समय के साथ रिस्मों और परंपराओं को तो आज भी लोग बखूबी निभाते हैं। लेकिन बदलते वक्त के साथ फैशन और ट्रैंड में काफी बदलाव आ गया है। पहले जहां लड़कियों को सिर्फ हरे-लाल रंग की चूड़ियां पहनाई जाती थी। वहीं, आज हरे और लाल रंग की चूड़ियों के साथ ही लड़कियों को कलरफुल और नग जड़ी चूड़ियां और कड़े भी पहनाए जाते हैं।
ट्रैंड के अनुसार चूड़ियां: अगर जल्द ही आपकी बहन या फिर किसी दोस्त की शादी होने वाली है तो आप ट्रैंड के अनुसार चूड़ियां और कड़े खरीद सकती हैं। आजकल सीशेल कड़ा काफी चलन में है। इसके अलावा आप कुंदन वर्क वाले बैंगल्स, घुंघरु वाले कड़े आदि खरीद सकती हैं।