उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आजाद समाज पार्टी एक बार फिर चर्चा में है। पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि वह सीएम योगी को ये चुनाव नहीं जीतने देंगे। इसके अलावा उन्होंने अन्य दलों से भी बीजेपी को हराने में उनका समर्थन करने की मांग की है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बीजेपी ने दलितों-पिछड़ों के लिए कुछ नहीं किया है। बीजेपी की सरकार में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी हद से ज्यादा बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर उनका एक पुराना इंटरव्यू भी वायरल हो रहा है।

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इन इंटरव्यू में उनसे नाम बदलने के कारण के बारे में पूछा जाता है। ‘द लल्लनटॉप’ के साथ इंटरव्यू में उनसे सवाल किया गया था, ‘आपके नाम के साथ रावण लगा था, लेकिन बाद में आपने हटा दिया। आपने कहा कि जो भी लगाएगा उसके खिलाफ केस करूंगा।’ जवाब में उन्होंने कहा था, ‘उसके बाद तो मैंने ये भी कहा कि मुझे प्रेम से जो व्यक्ति कुछ भी कहना चाहता है वो कह सकता है। कोई प्रेम से मुझे भाई कहता है तो कोई चाचा कहता है। काम से ही आदमी की पहचान होती है और मैं अपने काम से ही अपनी पहचान बना रहा हूं।’

‘न्यूज़24’ के साथ इंटरव्यू के दौरान एंकर मानक गुप्ता ने भी चंद्रशेखर आजाद से नाम को लेकर सवाल किया था, ‘कुछ लोग ये पूछ रहे थे कि आप अपने पुराने नाम से चिढ़ने क्यों लगे हैं? इस पर तो आप पहले गर्व करते थे। क्या आप इसे बीजेपी का एजेंडा मानते हैं?’ उन्होंने कहा था, ‘अगर मेरा नाम जावेद या भगत सिंह होता तो क्या मैं उनके जैसा बन जाता? मैं अपने नाम का फायदा बीजेपी को नहीं देना चाहता। बीजेपी अब इसे राम और रावण की लड़ाई के रूप में दिखा रही है। मैं खुद को सियासी मोहरा नहीं बनने दूंगा। प्यार से नाम देने पर कोई मतलब नहीं है, लेकिन फायदा नहीं दे सकते।’

आरक्षण क्यों चाहिए? ‘ScoopWhoop’ के साथ इंटरव्यू के दौरान चंद्रशेखर से आरक्षण को लेकर सवाल किया गया था, ‘आपके पास स्कॉर्पियो है, बड़ा घर है तो आपको आरक्षण क्यों चाहिए?’ जवाब देते हुए उन्होंने कहा था, ‘देखिए, आरक्षण का मतलब बराबरी का हक देने से था। आज भी हमारे लोग सिस्टम का हिस्सा नहीं हैं। जबतक हमारे लोग सिस्टम का हिस्सा नहीं बनेंगे तो हमारे लिए कोई क्यों सोचेगा? सिस्टम में तो अभी भी ऐसे लोग ज्यादा बैठे हुए हैं जो पानी पीकर आरक्षण को गाली देते हैं। अगर सरकार को सच में इसकी चिंता तो एक अलग आरक्षण की नीतियां बनाएं।’