जौ के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। आजकल लोगों को अस्वस्थ खाने की आदत हो गई है और उन्हें तैलीय खाद्य पदार्थ और मसालेदार खाद्य पदार्थ अधिक पसंद आते हैं। इन आहारों का सेवन ना सिर्फ आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाता है बल्कि कई और प्रकार से शरीर को हानि पहुंचाता है। ऐसे में जौ का सेवन आपके लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। जौ में फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व पाएं जाते हैं। इसके अलावा यदि आप जौ के पानी का सेवन करते हैं तो यह शरीर को हाईड्रेटेड रखने में भी मदद करता है। जौ शरीर के विषाक्त पदार्थो को नष्ट कर देता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।

फाइबर होता है:
फाइबर डाइजेस्टिव सिस्टम के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है जो बॉवेल मूवमेंट को स्वस्थ रखता है और कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं को भी कम करता है। जौ एक सॉल्यूबल फाइबर होता है जो आसानी से पानी में डिसॉल्व हो जाता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। रोजाना महिलाएं 25 ग्राम और पुरूष 38 ग्राम जौ का सेवन करें।

वजन कम करता है:
जौ में फैट और शुगर की मात्रा कम होती है। इसके अलावा इसमें मौजूद सॉल्यूबल फाइबर आंत तक जाता है और फैट को एकत्रित होने से बचाता है। इस प्रकार यह आपको मोटापा का शिकार होने से बचाता है। रोजाना 2 से 3 गिलास जौ के पानी का सेवन कररना लाभकारी साबित हो सकता है।

हड्डियों को मजबूत करता है:
जौ में विटामिन्स, कैल्शियम और मिनरल्स होता है जो हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखता है। जौ का सेवन करने से ऑस्टियोसोरोसिस होने का खतरा कम करता है और इसके अन्य लक्षण भी कम होते हैं। जौ में दूध की तुलना में 11 गुना अधिक कैल्शियम होता है।

कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य के लिए:
जौ ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को शरीर में नियंत्रित रखता है। एक शोध के अनुसार पर्याप्त मात्रा में जौ का सेवन हृदय को स्वस्थ रखता है और कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य को भी बेहतर रखता हैष

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से बचाता है:
जौ में ड्यूरेटिक इफेक्ट होता है जो यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को कम करता है और यूरिन के उत्पादन को कम करता है। यह एक बेहतरीन घरेलू उपचार होता है।