Best Ayurvedic Churna For Gas and Acidity: कब्ज या गैस बनना एक ऐसी समस्या है जिससे हर कोई कभी न कभी दो-चार होता ही रहता है। सुबह उठकर पेट सही तरीके से साफ न होने से पूरे दिन कुछ लोगों को असजह महसूस होता है। दिनभर पेट में भारीपन महसूस होना या कुछ खाने का मन नहीं करता है। कई वजह से तो कब्ज होने की वजह से पेट में दर्द की दिक्कत भी होने लगती है।

खराब खानपान, पानी कम पीने, तनाव और खराब बिगड़ी लाइफस्टाइल की वजह से कब्ज की दिकक्त होती है। यूं तो ये दिक्कत कई बार अपने आप सही हो जाती है। लेकिन अक्सर जो लोग इससे परेशान रहते हैं वो इससे राहत पाने के लिए बाजार में दवाओं का विकल्प खोजते हैं। लेकिन बार-बार इस तरह की दवाएं खाना सही नहीं होता है। ऐसे में आपको कुछ आयुर्वेदिक तरीके अपनाने चाहिए। यहां हम आपको कुछ देसी मसालों से गैस के लिए चूर्ण तैयार करने का तरीका बताने जा रहे हैं।

गैस का चूर्ण घर में कैसे बनाएं?

इन चीजों की पड़ेगी जरूरत

बड़ी हरण (हर्र)
छोटी हरण
बहेड़ा
वायविडंग
सूखा आंवला(नोट ये सभी चीजें पचास-पचास ग्राम लेनी हैं)
एक बड़ी चम्मच जीरा
एक छोटी चम्मच अजवायन
सौंफ
पांच बड़ी इलाइची
पांच छोटी इलाइची
एक चम्मच काली मिर्च
एक चम्मच सौंठ
20 ग्राम छोटी पीपल
नौसादर
एक बड़ा चम्मच काला नमक
दो चम्मच सामान्य नमक
एक छोटी चम्मच सेंदा नमक
पांच टुकड़े बड़ी हल्दी
20 ग्राम मरोड़ फली
एक चम्मच हींग
100 ग्राम सरसों का तेल (गर्म करके ठंडा किया हुआ)

कब्ज दूर करने के लिए चूर्ण

आयुर्वेदिक चूर्ण बनाने के लिए सबसे पहले हर्र, सौंठ, हल्दी और बहेड़ा जैसे मसालों को ले लें। इन सीभी को थोड़े से सरसों के तेल में तलना शुरू करें। इसके बाद सूखा आंवला, मरोड़ फली, इलाइची और पीपल को बिना तेल के भूनें। खुशबू आने पर बाहर निकाल लें। फिर इसी कढ़ाई में जीरा, सौंफ, अजवायन डालें। हींग डालकर सभी चीजों को भूनें।

एक बात का ध्यान रखें कि जिन मसालों के अंदर गुठली दिखे वो निकाल दें। सभी चीजों को मिक्सी में डालें। फिर सभी को दोबारा भूनें। फिर एक छलनी में सभी चीजों को छान लें। बारीक पाउडर को स्टोर कीजिए और ऊपर बचे मोटे पाउडर को फिर से पीस लीजिए। अब इसे एक एयरटाइट कंटेनर में रखिए और जब चाहे यूज कीजिए।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

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