Dhirendra Krishna Shastri: कहा जाता है कि आप जो खाना खाते है उसका आपके व्यवहार में दिखने लगता है। आप जो खाना खाते हैं उसका असर आपके शरीर के साथ-साथ आपके मन पर भी होता है। कई लोग सात्विक, राजसिक या फिर तामसिक भोजन करते हैं। सात्विक भोजन करने से शरीर में शुद्धता और शांति आती है। वहीं, राजसिक भोजन ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है, जबकि तामसिक भोजन आलस्य और अज्ञानता को फैलाता है।
धीरेंद्र शास्त्री से जानें कैसा होना चाहिए भोजन
कई बार लोग सोचते हैं कि उन्हें किस तरह का भोजन करना चाहिए। ऐसे में बागेश्वर धाम सरकार के नाम से फेमस धीरेंद्र शास्त्री ने बताया है कि किस तरह के लोगों को कैसा भोजन करना चाहिए। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक, साधारण पानी पीने से प्यास की तृप्ति होती है। हालांकि, अगर आप गंगा जल पी रहे हैं तो आपको मानसिक संतुष्टि मिलती है।
मन पर पड़ता है भोजन का असर
धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक, अगर आप अपने व्यवहार में बदलाव करना चाहते हैं तो आपको अपने खान पान में बदलाव करना होगा। उन्होंने आगे कहा कि तामसिक भोजन करने से व्यवहार गंदा हो जाता है और आप हर समय गुस्सा करते हैं। वहीं, सात्विक भोजन करने से मन काफी बेहतर रहता है और शरीर में भी ऊर्जा बनी रहती है।
भोजन में न लें लहसुन-प्याज
मालूम हो कि प्रयागराज में कुंभ का आयोजन हो रहा है। ऐसे में अगर आप भी संगम में पवित्र डुबकी लगाने जा रहे हैं तो आप अपने भोजन पर विशेष तरह का ख्याल रखें। धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक, महाकुंभ में जाने वाले लोगों को भोजन में लहसुन प्याज नहीं खाना चाहिए। आपको अधिक तेल, मिर्च मसाला वाला भोजन नहीं करना चाहिए। वासन लाने वाले भोजन से सभी को बच के रहना चाहिए। इस तरह के भोजन को आप कभी नहीं खाएं। आगे पढ़िए- इन 3 योगासनों से करें दिन की शुरुआत, दिनभर नहीं होगी एनर्जी की कमी; हर दम रहेंगे पॉजिटिव