Baba Ramdev Yoga For Pollution Protection: दिल्ली-NCR समेत देशभर में कई जगह हवा बेहद प्रदूषित होती जा रही है। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। सांस में दिक्कत, आंखों में जलन, एलर्जी जैसी तमाम दिक्कतें हो रही हैं। ठंड के साथ प्रदूषण का कहर बढ़ने का डर लोगों को सता रहा है। दिल्ली के वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अगले 6 दिनों तक वायु गुणवत्ता के खराब ही रहने की संभावना है।

ऐसे में खुद को प्रदूषण से सुरक्षित रखने और फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए आपको योगासन और प्राणायाम करने चाहिए। योगगुरु बाबा रामदेव ने ऐसे 3 योगासन के बारे में बताया है जो प्रदूषण से आपका बचाव कर सकते हैं। योगगुरु ने कहा कि लंबी सांस लेने से फेफड़े ताकतवर होते हैं। रोजाना योगासन और प्राणायाम करने का अभ्यास करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें रोजाना कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी करना चाहिए। ताकि हम सुरक्षित रह सकें। प्रदूषण का असर उनपर ज्यादा होता है जिनके फेफड़े कमजोर होते हैं।

कपालभाति का अभ्यास कैसे करें | How to do Kapalabhati

कपालभाति करने से साइनस की समस्या कम होती है। फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। इसे करने के लिए सबसे पहले सुखासन या वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। इस दौरान अपनी रीढ़ को सीधा रखें। कंधों को आराम देते हुए हथेलियां को ऊपर की ओर करते हुए अपने घुटनों पर टिकाएं। इसके बाद नाक से गहरी सांस लें। फिर फेफड़ों को हवा से पूरी तरह से भरें। इसके बाद नाभि को अपनी रीढ़ की हड्डी की ओर खींचते हुए अपनी नाक से जोर से सांस छोड़ें। एक बात का ख्याल रखें ऐसा करते समय आपका ध्यान सांस छोड़ने पर होना चाहिए। एक राउंड पूरा करने के लिए 20 बार तेजी से सांस छोड़ें। इसमें आप धीरे-धीरे गिनती बढ़ा सकते हैं।

अनुलोम-विलोम कैसे करें | How to do Anulom-Vilom

अनुलोम-विलोम करने से नासिका मार्ग खुलता है और फेफड़े मजबूत होते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर बैठ जाएं। फिर रीढ़ को सीधा रखें। दाएं हाथ से नाक के दाहिने छिद्र को बंद करें। इसके बाद आप बाएं छिद्र से धीरे-धीरे सांस अंदर लें। इस दौरान आपको बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस बाहर छोड़नी है। यही प्रक्रिया उलट क्रम में दोहराएं। यह क्रम 5 मिनट तक करें।

कैसे करें भ्रामरी प्राणायाम | How to do Bhramari Pranayama

इसे करने के लिए सबसे पहले जमीन पर आराम से बैठ जाएं। फिर आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। अब आपको अंगूठों से दोनों कान बंद करने है। फिर बाकी उंगलियों से आंखें और चेहरा ढक लेना है। इसके बाद सांस छोड़ते हुए ‘हम्म्म्म…’ जैसी आवाज निकालनी है। जैसे भौंरा गूंज रहा हो। ऐसा कम से कम 5-7 बार रिपीट करें।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।