Muharram 2020 Images, Quotes, Status, Messages, Photos: मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है। इस महीने की 10वीं तारीख को हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मातम मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी दिन हजरत इमाम हुसैन कर्बला की लड़ाई में शहीद हुए थे। मुस्लिम समुदाय के लोग हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में ग़मजदा रहते हैं। तमाम लोग खुद को तकलीफ देते हैं और इस तरह अपना दुख प्रकट करते हैं। कई लोग 10 दिनों तक रोजा रखते हैं, तो कुछ मुहर्रम के 9वें और 10वें दिन रोजा रखते हैं। मुहर्रम का चांद जैसे ही नजर आता है, अजादार अपने इमाम के गम में ग़मजदा हो जाते हैं।

इस साल (वर्ष 2020) में 21 अगस्त से मुहर्रम की शुरुआत हो चुकी है। आपको बता दें कि हिजरी संवत के पहले महीने मुहर्रम की दसवीं तारीख को रोज-ए-अशुरा कहा जाता है। इस बार अशुरा 28 या 29 अगस्त को पड़ेगा। बता दें कि इस्लामिक और ग्रेगोरियन कैलेंडर की तारीखें आपस में मेल नहीं खाती हैं। इस साल मुहर्रम के मौके पर आप इन कोट्स और मैसेजेज को शेयर कर सकते हैं…

1. “मुहर्रम को याद करो वो कुर्बानी,
जो सिखा गया सही अर्थ इस्लामी,
ना डिगा वो हौसलों से अपने,
काटकर सर सिखाई असल जिंदगानी..”

2. “एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी ज़मीन,
आया मेरे नसीब में परचम हुसैन का..
फिर चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख,
होता है आसमान पे भी मातम हुसैन का…”

3. “सिर गैर के आगे ना झुकाने वाला,
और नेजे पे भी कुरान सुनाने वाला,
इस्लाम से क्या पूछते हो कौन हुसैन,
हुसैन है इस्लाम को इस्लाम बनाने वाला…”

4. “कौन भूलेगा वो सजदा हुसैन का,
खंजरों तले भी सर झुका ना था हुसैन का…
मिट गयी नसल ए याजिद करबला की ख़ाक में,
क़यामत तक रहेगा ज़माना हुसैन का…”

5. “दिन रोता है रात रोती है,
दिन रोता है रात रोती है..
हर मोमिन की जात रोती है,
जब भी आता है मुहर्रम का महीना,
खुदा की कसम ग़म-ए-हुसैन,
सारी कायनात रोती है.. “