Arnab Goswami : सुशांत सिंह राजपूत केस लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। न्यूज़ चैनलों पर लगातार इस मामले को लेकर डिबेट आयोजित की जा रही है, जिसमें तमाम तरह की बातें और दावे किए जा रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी रिपब्लिक टीवी पर लगातार यह मामला उठा रहे हैं और उनके कार्यक्रम में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिल रही है। कई मौके पर अर्नब गोस्वामी चीखते भी दिखाई पड़े। सुशांत केस में अर्नब गोस्वामी और रिपब्लिक टीवी की रिपोर्टिंग स्टाइल पर भी सवाल खड़े हुए।
सोशल मीडिया यूजर्स समेत तमाम वरिष्ठ पत्रकारों ने भी आलोचना की। हालांकि अर्नब कहते हैं कि इस देश में अगर आप चाहते हैं कि आप की बात सुनी जाए तो चीखना और चिल्लाना जरूरी है। ‘मिड-डे’ को दिए एक इंटरव्यू में जब अर्नब गोस्वामी से पूछा गया था कि जब आप एंकरिंग करते हैं तो इतना चिल्लाते क्यों हैं?
इस सवाल के जवाब में अर्नब कहते हैं कि ‘इस देश में जब तक आप चिल्लाते नहीं है तब तक कोई सुनता नहीं है। अगर कुछ बुरा हो रहा है और आप शांत हैं, रिलैक्स हैं तो आपकी बात को सीरियसली नहीं लेंगे। आप के ऑफिस के लोग भी सीरियसली नहीं लेंगे… लेकिन अगर कुछ बुरा हो रहा है और और आप वही बात चीखकर- चिल्ला कर कहते हैं तो लोग सुनते हैं।’
नौकरी से निकलवाने की मिली धमकी – इसी इंटरव्यू में अर्नब गोस्वामी ने कहा कि मीडिया पर तमाम तरह का प्रेशर है। ब्यूरोक्रेसी से लेकर पॉलिटिकल तक का प्रेशर आता है। कई बार मीडिया से ही मीडिया पर प्रेशर आता है। अर्नब गोस्वामी ने खुद अपना अनुभव साझा करते हुए कहा था कि अक्सर नेता मुझे फोन करके कहते थे कि आपको नौकरी से निकलवा देंगे। ऐसा प्रेशर मुझ पर काम नहीं करता है, क्योंकि मैं नौकरी खोने से डरता नहीं हूं।
आपको बता दें कि अर्नब ने अपने करियर की शुरुआत द टेलीग्राफ से की थी। इसके बाद उन्होंने एनडीटीवी के साथ काम किया। इसके बाद वे टाइम्स नाऊ चले गए। यहीं से उनकी पहचान बनी। फिर उन्होंने अपना चैनल शुरू किया। उनके चैनल का नाम रिपब्लिक भारत है। अपने चैनल पर वो कई डिबेट शो भी करते है।