उम्र बढ़ने का असर स्किन से लेकर बालों तक पर पड़ता है। बढ़ती उम्र में बालों का सफेद होना नेचुरल प्रोसेस है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों के सफेद होने का का कारण मेलेनिन का उत्पादन कम या बंद होना है। मेलानिन कम होने पर आंखों का रंग हरा या नीला होने लगता है,बालों का रंग सुनहरा और स्किन का रंग श्वेत हो जाता है। बालों के सफेद होने के लिए कई और कारण भी जिम्मेदार हैं।

कुछ युवाओं के बाल 20 से 25 साल की उम्र में ही सफेद होने लगते हैं। कम उम्र में बालों के सफेद होने के कारणों की बात करें तो उसके लिए 10 कारण जिम्मेदार है। आइए जानते हैं कि बालों के सफेद होने के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं और कम उम्र में होने वाले सफेद बालों को कैसे काला करें।

कम उम्र में बालों के सफेद होने के कारण:

  • आनुवांशिकी की वजह से भी कम उम्र में बच्चों के बाल सफेद होते हैं।
  • हाइपोथायरायडिज्म
  • प्रोटीन और मिनरल्स की कमी होने से
  • विटामिन की कमी होने से
  • विटिलिगो
  • डाउन सिंड्रोम
  • वर्नर सिंड्रोम
  • कुछ बीमारियों की दवाईयों के सेवन से बाल सफेद होते हैं।

सफेद बालों को काला करने के लिए असरदार आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां:

करी पत्ता (Curry leaf) से करें बालों को काला:


औषधीय गुणों से भरपूर करी पत्ता का सेवन खाने पकाने में और कई बीमारियों का उपचार करने में किया जाता है। आप जानते हैं कि करी पत्ता में बालों को काला करने वाले गुण भी मौदूज हैं। करी पत्ता का इस्तेमाल बालों पर करने के लिए उसमें आंवला और ब्राम्ही पाउडर को मिक्स करें। इन तीनों चीजों को पीसकर थोड़ा सा पानी मिलाकर उसका पेस्ट बनाएं और बालों पर लगाएं। तैयार पेस्ट को बालों पर एक घंटे तक लगा रहने दें। ये पेस्ट बालों को नेचुरल तरीके से काला करेंगा।

सफेद बालों को काला करने के लिए डाइट का रखें ध्यान:

खराब डाइट की वजह से बाल वक्त से पहले सफेद होने लगते हैं। डाइट में कुछ ऐसे फूड्स को शामिल करें जिनसे आपकी बॉडी में पोषक तत्वों की कमी पूरी हो और आपके सफेद बाल काले हो जाएं। डाइट में विटामिन,मिनरल्स और प्रोटीन को शामिल करें जल्दी आपके बालों पर फर्क दिखेगा।