Success Story, IAS Ananya Singh: भारत की यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सफल होना आसान नहीं है। लेकिन सिर्फ 1 साल की तैयारी में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में डिस्ट्रिक्ट टॉपर रहीं अनन्या सिंह ने महज 22 साल की उम्र में सिविल सर्विस की परीक्षा पास कर ली थी। आईएएस अनन्या सिंह ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों उम्मीदवारों के लिए उम्मीद की किरण दिखाई है। जानिए IAS अनन्या सिंह की सफलता की कहानी-

प्रयागराज में जन्म, शुरू से थीं पढ़ाई में अच्छी

अनन्या सिंह पढ़ाई में बेहद अच्छी थीं और इस वजह से वह 10वीं में 96 फीसदी अंक हासिल की थीं, जबकि 12वीं में उसे 98.25 फीसदी अंक मिले थे। अनन्या अपनी शुरुआती पढ़ाई प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से की हैं और दसवीं और बारहवीं दोनों में सीआईएससीई बोर्ड से डिस्ट्रिक्ट टॉपर थी। 12वीं के बाद अनन्या ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया।

बचपन से बनना चाहती थीं आईएएस

आईएएस अनन्या सिंह बचपन से ही आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थीं। उन्होंने स्नातक के अंतिम वर्ष से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। वह दिन में 7-8 घंटे पढ़ाई करती थीं। फिर आधार मजबूत होने के बाद उन्होंने 6 घंटे का स्टडी शेड्यूल तय किया था। उन्होंने शुरुआत में यूपीएससी प्री और मेन्स परीक्षा की तैयारी एक साथ की थी।

पहले प्रयास में मिली 51वीं रैंक

एक साल कड़ी मेहनत के बाद साल 2019 की यूपीएससी परीक्षा में IAS अनन्या सिंह शामिल हुई थीं। इसमें उन्होंने 51वीं रैंक हासिल की थी। UPSC CSE 2019 परीक्षा का परिणाम देखने के बाद उन्हें खुद अपनी रैंक पर विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने महज 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बनने के अपने बचपन के सपने को पूरा किया।

ऐसे की थी यूपीएससी की तैयारी

आईएएस अनन्या सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल कैडर में तैनात हैं। यूपीएससी परीक्षा में सफल होने के बाद उन्होंने इंटरव्यू में अपनी रणनीति साझा की थीं। अनन्या सिंह ने टाइम-टेबल बनाकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की। शुरुआत में उन्होंने प्री और मेन्स परीक्षा की तैयारी एक साथ की। अनन्या का कहना है कि प्री और मेन्स परीक्षा से पहले का समय बहुत कठिन होता है और इस दौरान वास्तव में कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

अनन्या ने बताया कि तैयारी शुरू करने के लिए उन्होंने सबसे पहले किताबों की लिस्ट तैयार की और सिलेबस के हिसाब से किताबें खरीदी और इसके साथ ही जरूरत के हिसाब से हैंड नोट्स बनाएं। नोट्स के दो फायदे थे, एक यह था कि वे छोटे और रिवीजन में बहुत उपयोगी थे। नोट्स लिखने की वजह से आंसर दिमाग में रजिस्टर हो गए।

यूपीएससी एस्पिरेंट्स को दिए टिप्स

अनन्या सिंह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को सलाह देती हैं कि आपको पिछले साल के जितने हो सके उतने पेपर देखने चाहिए, क्योंकि कभी-कभी कुछ विषयों में प्रश्न दोहराए जाते हैं। इसके साथ ही उनका कहना है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान कभी भी पेपर पढ़ना बंद न करें और इंटरव्यू से पहले भी उसे पढ़ते रहें, क्योंकि इससे बहुत मदद मिलती है।