घरों में फिटकरी अक्सर ऐसी ही पड़ी रहती है, जबकि इसमें इतने औषधीय गुण हैं कि जान कर आप हैरान हो जाएंगे। फिटकरी का रासायनिक नाम ‘पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट’है। ये छोटे सफेद पत्थर सचमुच जादुई हैं। कहीं चोट लग जाए या कट जाए, तो वहां पानी के साथ रगड़ने से ये तुरंत एंटीसेप्टिक की तरह काम करते हैं और उस कटे हुए स्थान को रोगाणु मुक्त कर देते हैं। स्वास्थ्य की देखभाल से लेकर सुंदरता बढ़ाने में भी इसका उपयोग किया जाता है।
मुंहासों के लिए फिटकरी का उपयोग
युवावस्था शुरू होने से पहले और उसके बाद भी युवा अक्सर मुंहासे से परेशान रहते हैं। आम तौर पर मुंहासों पर नाखून मार देने से ये बढ़ जाते हैं। मुंहासे जब ठीक नहीं होते, तो वे बाजार से कोई क्रीम ले आते हैं। इसके बजाय अगर वे फिटकरी का इस्तेमाल करें, तो इससे न केवल मुंहासे दूर होंगे, बल्कि चेहरे पर भी निखार आएगा।
दाग-धब्बे दूर करने के लिए फिटकरी का उपयोग
फिटकरी के पानी के इस्तेमाल से दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं। त्वचा में चमक भी आने लगती है। इसका इस्तेमाल आसान है और यह किसी भी क्रीम से कहीं बेहतर है। थोड़ी सी फिटकरी लें और इसे एक मग में डाल दें। जब यह पूरी तरह घुल जाए, तो इससे चेहरे को धो लें।
नहाने के पानी में करें फिटकरी का उपयोग
इसका इस्तेमाल नहाने के पानी में भी किया जा सकता है। इससे ढीली त्वचा में कसावट आने लगती है। फिटकरी और गुलाब जल को मिला कर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। हफ्ते में दो-तीन बार इससे त्वचा धो सकते हैं। इससे चेहरे पर उग आए अनचाहे बाल भी कम होने लगते हैं। इसके लिए एक चम्मच पिसी फिटकरी में गुलाब जल मिला कर पेस्ट बनाएं और जहां बाल उग आए हैं, वहां इसे लगा दें। कुछ दिनों में इसका असर दिखने लगता है।
फिटकरी में पाए जाते हैं कई गुण
फिटकरी में ‘एस्ट्रिंजेंट गुण’ होते हैं। इससे रोम छिद्रों में कसाव आता है। दरअसल, रोम छिद्र जब बड़े होते हैं, तो मुंहासे की संभावना बन जाती है। अगर फिटकरी को पीस कर उसे पेस्ट बना लें और प्रभावित जगह लगाएं, तो मुंहासे ठीक होने लगते हैं। मगर इसका अधिक उपयोग न करें।
मुंह की बदबू दूर करने के लिए करें फिटकरी का उपयोग
फिटकरी किसी भी ‘माउथवाश’ से कहीं बेहतर है। यह दुर्गंधनाशक तो है ही, मुंह में बन रहे बैक्टीरिया को भी नियंत्रित करता है। फिटकरी के छोटे टुकड़े को गुनगुने पानी में डाल कर छोड़ दें। फिर इससे कुल्ला करें। यह दांतों पर जमा हो रहे प्लाक को तो हटाता ही है, वहीं लार में उपस्थित बैक्टीरिया को भी खत्म करता है। इससे मुंह की दुर्गंध दूर हो जाती है।
दांतों के दर्द में मिलता है आराम
बस इस बात का ध्यान रखें कि फिटकरी का पानी गले के नीचे न जाएं। इस पानी से सुबह-शाम कुल्ला किया जा सकता है। इससे गरारे करने से गले की खराश दूर हो जाती है। यहां तक कि दांतों के दर्द में भी आराम मिलता है।
चोट को ठीक करने के लिए करें फिटकरी का उपयोग
घरों में अक्सर बच्चों और बड़ों को चोट लग जाती है या त्वचा छिल या कट जाती है। इस स्थिति में अगर घर में कोई एंटीसेप्टिक नहीं है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं। घर में फिटकरी है, तो इससे बेहतर कोई सुरक्षित उपाय नहीं है। दरअसल, इसमें घाव भरने का एक खास गुण होता है। इसलिए मामूली चोट लगने पर या छोटे-मोटे घाव साफ करने के लिए गुनगुने पानी में फिटकरी डाल कर रुई के फाहे से इसे प्रभावित स्थान पर लगाएं। यह करगर एंटीसेप्टिक है। इससे मामूली चोट जल्दी ही ठीक हो जाते हैं।