उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चंद्रगुप्त मौर्य का उदाहरण देते हुए कहा था कि इतिहास ‘अलेक्जेंडर द ग्रेट’ को याद रखता है, लेकिन चंद्रगुप्त मौर्य को भूल जाता है जिन्होंने सिकंदर को हरा दिया था। अब इस पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि इतिहास के नाम पर फर्जी इतिहास की फैक्ट्री चलाई जा रही है। क्योंकि चंद्रगुप्त और सिकंदर का इतिहास में कभी आमना-सामना नहीं हुआ है।
सियासी घमासान के बीच असदुद्दीन ओवैसी का वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इस इंटरव्यू में रजत शर्मा ने ओवैसी से एक ऐसा सवाल पूछ लिया था, जिसे सुनकर वह काफी नाराज़ हो गए थे। उन्होंने पूछा था, ‘आपने बहुत साल कांग्रेस का फायदा उठाया और अब आप उस पर सवाल उठा रहे हैं?’ इसके जवाब में AIMIM चीफ कहते हैं, ‘जम्हूरियत में फायदा या नुकसान की बात मत करिए। अगर मैं कहूं कि रजत शर्मा ने किसी दूसरे टीवी चैनल में काम किया और फायदा उठाया तो क्या ये सही बात होगी?’
असदुद्दीन ओवैसी आगे कहते हैं, ‘आपकी ये काबिलियत है। आप इसलिए माने जाते हैं। आप चुभते हुए सवाल करते हैं। अब आप ऐसा इल्जाम लगा रहे हैं कि मैंने फायदा उठाया। आप ही बताइए कि मैंने कौन-सा फायदा उठाया? मेरी फकीरी में भी शाही है। मैं मुस्लिमों का नेता नहीं हूं। मुस्लिमों के नेता तो मुलायम सिंह और मनमोहन सिंह हैं। आज हमारी इतनी आबादी होने के बाद भी हम लोग कहीं नज़र नहीं आते हैं। दलितों के साथ हमारी भी ऐसी ही हालत है। महाराष्ट्र में आंकड़ा देखिए कितने मुस्लिम गरीबी रेखा से नीचे हैं।’
बता दें, असदुद्दीन ओवैसी ने साफ कर दिया है कि वह इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेंगे। इसी क्रम में वह शनिवार को मेरठ में जनसभा करने आने वाले थे। लेकिन उन्हें प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। नाराज़ कार्यकर्ताओं ने इसे बाद में प्रशासन की साजिश करार दिया था। गौरतलब है कि 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 38 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, इसमें से 37 पर जमानत तक जब्त हो गई थी। बिहार में पांच सीटें जीतने के बाद ओवैसी ने इस बार ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद जाहिर की थी।