
delhi university patents certificate course last date today, du.ac.in: दिल्ली विश्विविद्याल द्वारा संचालित पेटेंट सर्टिफिकेट कोर्स का पांचवा बैच 1…
सैंटोस की 0-6 से हार के बाद जब नेमार ड्रेसिंग रूम में वापस लौटे तो उनकी आंखों में आंसू थे।…
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि हमें नहीं पता कि तीन महीने का बच्चा इस बीमारी से कैसे संक्रमित हुआ।…
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Shani Dev Margi 2025: कर्मफलदाता शनि साल 2025 के अंंत में मीन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं, जिससे…
School closed Today in 4 states from Jammu Kashmir to Kerala: जम्मू से लेकर केरल तक इन राज्यों में आज…
बीजेपी और उनके सहयोगी दलों ने सीपी राधाकृष्णन को अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुना है। इस फैसले के पीछे कई कारण…
ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ पारी कोलिन मुनरो के नाम हो गई। इस टीम के लिए उन्होंने दूसरा शतक…
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने बताया अगर आप ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो आप डाइट में करी…
भारत ने 2027 से अंतरराष्ट्रीय एअरलाइन कंपनियों को बेचे जाने वाले जेट ईंधन में एक फीसद एसएएफ मिश्रण को अनिवार्य…
Coolie Vs War 2 BOX Office Collection Day 4: इस स्वतंत्रता दिवस यानी कि 15 अगस्त के मौके पर ‘कुली’…
Rajasthan Blue Drum Case: अधिकारी ने पुष्टि की कि हंसराज का गला किसी धारदार हथियार से रेता गया था, जो…
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, मंदिर में फूल, माला या प्रसाद पैर के नीचे आने पर पाप नहीं लगता। यदि अनजाने में ऐसा हो जाए, तो उसे उठाकर माथे पर लगाएं, जेब में रखें और बाद में पवित्र नदी में प्रवाहित करें। भीड़ में न उठा पाने पर सिर झुकाकर माफी मांग लें। प्रसाद को कपड़े या आंचल में लें। यह भक्तों को भगवान की कृपा पाने और सकारात्मकता बनाए रखने में मदद करता है।