नजरिए का सवाल शुक्लजी ने अपना ‘इतिहास’ एक विशिष्ट नजरिए के साथ लिखा है, जो पूरे मध्ययुग को बाहरी आक्रमण के परिप्रेक्ष्य में… October 23, 2016 03:00 IST
इतिहास लेखन के खतरे आज के समय में हर समाज अपना इतिहास खोजता है और अस्मिता संघर्ष के इस युग में उस इतिहास का… October 23, 2016 02:52 IST
तीरंदाज: जड़ें जमाती कुनबापरस्ती जातिप्रथा का मकसद पीढ़ी-दर-पीढ़ी एक ही कार्य करवाने का था- ब्राह्मण पढ़ाई-लिखाई करेंगे, क्षत्रिय शस्त्र धारण करेंगे, वैश्य व्यापार करेंगे… October 23, 2016 02:41 IST
‘बाखबर’ कॉलम में सुधीश पचौरी का लेख: वीर तुम बढ़े चलो ‘मनसे’ जो करता है मन से करता है। October 23, 2016 02:33 IST
‘वक्त की नब्ज’ कॉलम में तवलीन सिंह का लेख : संकीर्ण देशभक्ति भारतीय सभ्यता को अगर पाकिस्तानी दिलों में किसी ने जिंदा रखा है तो हिंदी फिल्मों ने। October 23, 2016 02:23 IST
पी. चिदंबरम का कॉलम – दूसरी नज़र: स्थिति की सही समझ शिखर सम्मेलन से पहले भारत एक विषय से आक्रांत था: पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद। October 23, 2016 02:13 IST
कहानी: खेल और पढ़ाई यह इम्तिहानों का वक्त था। राहुल का पढ़ाई में बिलकुल मन नहीं लग रहा था। वह कमरे से बाहर निकला।… October 23, 2016 01:45 IST
भारत के कबड्डी विश्वकप जीतते ही वीरेंद्र सहवाग ने पियर्स मॉर्गन को दिया करारा जवाब वीरेंद्र सहवाग और पियर्स मॉर्गन के बीच इस साल रियो ओलंपिक से ही ट्विटर पर जंग छिड़ी है, जब पियर्स… Updated: October 23, 2016 01:48 IST
जानकारी: मधुमक्खी है या फूल मधुमक्खियों का फूलों के प्रति प्रेम अटूट है। खाने की तलाश में मधुमक्खियां अक्सर फूलों के उपर भिनभिनाती हुई नजर… October 23, 2016 01:21 IST
मीडिया, मसाला और क्रिकेट विराट जिस तेजी से आगे बढ़े, विवाद भी उनके पीछे चलते गए। मनीष कुमार जोशी का लेख। October 23, 2016 01:15 IST
स्मरण: पत्रकारिता के तरुतात विद्यार्थीजी का जन्म 26 अक्तूबर 1890 को इलाहाबाद के अतरसुइया मुहल्ले में हुआ था। October 23, 2016 01:05 IST