साउथ अफ्रीका ने दो मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन मंगलवार (8 जुलाई) को जिम्बाब्वे को दूसरी पारी में 220 रन पर समेट दिया। जिम्बाब्वे को पिछले 20 साल में पारी से सबसे बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा। साउथ अफ्रीका ने महज तीन दिन के अंदर पारी और 236 रन की शानदार जीत दर्ज की। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का खिताब जीतने वाली साउथ अफ्रीका की टीम ने इसके साथ ही सीरीज में 2-0 से सूपड़ा साफ किया।

साउथ अफ्रीका ने कार्यवाहक कप्तान वियान मुल्डर के नाबाद 367 रन के दम पर 5 विकेट पर 626 रन बनाकर पारी घोषित की थी।  जिम्बाब्वे की टीम सोमवार (7 जुलाई) को अपनी पहली पारी में 43 ओवर में 170 रन पर आउट हो गयी थी जिसके बाद उसे फॉलोऑन दिया गया। टीम मंगलवार को अपनी दूसरी पारी में 220 रन पर आउट हो गयी। जिम्बाब्वे की टीम ने इस मैच में कुल 390 रन बनाये, जो मुल्डर के स्कोर से सिर्फ 23 रन अधिक था।

मुल्डर का ऑलराउंडर प्रदर्शन

मुल्डर का चोटिल टेम्बा बावुमा और केशव महाराज की अनुपस्थिति में कप्तान के तौर पर यह पहला टेस्ट मैच था। उन्होंने बल्ले से योगदान देने के साथ तीन विकेट भी चटकाए और तीन कैच लपके। वह मैच और सीरीज के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गये। जिम्बाब्वे ने दिन की शुरुआत दूसरी पारी में एक विकेट पर 51 रन से की थी और सुबह के सत्र में टीम ने दो विकेट गंवाए, जिसमें अनुभवी सीन विलियम्स भी शामिल थे।

वेल्च का तीसरा अर्धशतक

विलियम्स ने मुल्डर की गेंद को रोकने की कोशिश की और 11 रन पर अपना ऑफ स्टंप गंवा बैठे। लंच से पहले निक वेल्च (55) ने अपने पांचवें टेस्ट में अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके तुरंत बाद सेनुराम मुथुसामी की गेंद पर मुल्डर के हाथों कैच आउट हो गये।

बुलावायो में 2001 से नहीं जीता जिम्बाब्वे

वेल्च का विकेट गिरने के बाद टीम ने 28 ओवरों में 67 रन पर बाकी के सात विकेट गंवा दिये।  कप्तान क्रेग एर्विन ने एक छोर से संभल कर खेलते हुए 95 गेंदों में 49 रन की जुझारू पारी खेली। साउथ अफ्रीका के लिए कॉर्बिन बॉश ने चार जबकि मुथुसामी ने तीन और कोडी यूसुफ दो विकेट लिये। जिम्बाब्वे ने बुलावायो में अपना पिछला मैच 2001 में जीता था। उसने इस दौरान 22 टेस्ट खेले और इनमें से 17 में हार का सामना करना पड़ा।