डेवोन कॉनवे,रचिन रविंद्र और हेनरी निकल्स की 150-150 रनों की आक्रामक पारियों की मदद से न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। बुलावायो में शुक्रवार (8 अगस्त) को दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक न्यूजीलैंड ने 3 विकेट पर 601 रन बना लिए। 476 रन की बढ़त बना ली है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह केवल तीसरा मौका है जब तीन बल्लेबाजों ने एक ही पारी में 150 से अधिक रन बनाए हैं। इससे पहले 36 साल पहले यह कारनामा हुआ था।

1938 में इंग्लैंड के 3 बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में और 1986 में भारत के 3 बल्लेबाजों श्रीलंका के खिलाफ कानपुर में 150-150 रनों की पारी खेली थी। तीसरे न्यूजीलैंड की निगाहें टेस्ट में अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर पर होगी। वह ऐसा करने से 115 रन दूर हैं। न्यूजीलैंड ने 2019 में हेमिल्टन में बांग्लादेश के खिलाफ 5 विकेट पर 715 रन बनाए थे।

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रविंद्र और निकल्स की 356 रनों की साझेदारी

ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज विकेट के लिए तरस गए। रविंद्र और निकल्स ने चौथे विकेट के लिए 356 रनों की अटूट साझेदारी की। न्यूज़ीलैंड ने दिन की शुरुआत 1 विकेट पर 174 रन से की। कॉनवे 79 रन बनाकर नाबाद रहे और नाइटवॉचमैन जैकब डफी भी उनका अच्छा साथ दिया। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 61 रन और जोड़े। डफी 36 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद निकल्स क्रीज पर आए। दोनों ने 110 रन की साझेदारी की।

ताबड़तोड़ पारी खेली

ब्लेसिंग मुजराबानी ने दूसरी नई गेंद से कॉनवे को आउट करके साझेदारी को तोड़ा। कॉनवे ने 245 गेंदों पर 153 रन बनाए। इसके रचिन रविंद्र ने ताबड़तोड़ पारी खेली। उन्होंने 48 गेंदों पर अपना अर्धशतक और 104 गेंदों पर अपना तीसरा टेस्ट शतक पूरा किया। उन्होंने दोपहर में दबदबा बनाए रखा और पुल शॉट पर छक्के के साथ 150 रन पूरे किए। निकोल्स शुरुआत में ज्यादा संयमित रहे। उन्होंने अपना 10वां टेस्ट शतक और बाद में अंतिम सत्र में 150 रन पूरे किए।