टीम इंडिया इन दिनों इंग्लैंड में 30 मई से शुरू हो रहे क्रिकेट के सबसे बड़े मुकाबले वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी है। वहीं, दूसरी तरफ एक खबर ने सभी चौंका दिया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी तूफानी बल्लेबाजी और 2011 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के हीरो रहे बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह ने अब संन्यास लेने का मन बना लिया है। खबरों की मानें तो युवराज सिंह अब आईसीसी द्वारा स्वीकृत विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस क्रिकेटर के तौर पर खेलना चाहते हैं। हालांकि इसके लिए बीसीसीआई से युवराज को मंजूरी मिलनी जरूरी है। बता दें कि वर्ल्ड कप टीम के चयन तक कई खबरें ऐसी भी आई थी कि युवराज इस विश्वकप टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
इस मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के सूत्र ने रविवार को पीटीआई को बताया, ‘‘युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहा है। उसके बीसीसीआई से बात करने और जीटी20 (कनाडा), आयरलैंड में यूरो टी20 स्लैम और हालैंड में खेलने पर अधिक स्पष्टता मांगने की उम्मीद है क्योंकि उसके पास पेशकश हैं।’’ इरफान पठान ने हाल में कैरेबियाई प्रीमियर लीग के ड्राफ्ट में अपना नाम दिया था लेकिन वह अब भी सक्रिय प्रथम श्रेणी खिलाड़ी हैं और उन्होंने बीसीसीआई से स्वीकृति नहीं ली।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘‘इरफान को ड्राफ्ट से नाम वापस लेने को कहा गया। जहां तक युवराज का सवाल है तो हमें नियम देखने होंगे। अगर वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले भी लेता है तो भी बीसीसीआई के अंतर्गत पंजीकृत सक्रिय टी20 खिलाड़ी हो सकता है।’’ युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियन्स की ओर से खेले लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले और संभवत: यही कारण है कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
इस बीच कुछ लोगों का मानना है कि अगर जहीर खान और वीरेंद्र सहवाग दुबई में टी10 लीग का हिस्सा हो सकते हैं तो फिर युवराज को स्वीकृति क्यों नहीं मिल सकती। बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘‘टी10 को भले ही आईसीसी से स्वीकृति मिली हो लेकिन अब भी यह स्वीकार्य प्रारूप नहीं है। लेकिन आगे बढ़ते हुए जब भी खिलाड़ियों का संघ आकार लेगा तब संन्यास ले चुके खिलाड़ियों का मामला विचार के लिए आ सकता है।’’ वह हालांकि सैद्धांतिक रूप से सहमत हैं कि संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को पेशकश मिलने पर बिग बैश, सीपीएल या बीपीएल में खेलने की स्वीकृति मिलनी चाहिए।