भारत की 2011 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य युवराज सिंह और गौतम गंभीर ने इस बार क्रिकेट महाकुंभ का हिस्सा नहीं होने पर निराशा जतायी। भारतीय चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी तथा युवराज, हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और गंभीर जैसे खिलाड़ियों को नहीं चुना।

युवराज ने यहां क्रिकेट कन्क्लेव में कहा, ‘‘विश्व कप के लिये नहीं चुना निराशाजनक था। इस फैसले में आप कुछ नहीं कर सकते।’’ बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि उनका ध्यान अब घरेलू टूर्नामेंटों में अपने राज्य की टीम पंजाब की तरफ से अधिक से अधिक रन बनाना है।

उन्होंने कहा, ‘‘अभी मैं रणजी ट्रॉफी पर ध्यान दे रहा हूं और वापसी के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा हूं।’’ सलामी बल्लेबाज गंभीर ने कहा कि वह अब भी रनों के भूखे हैं और उच्चस्तर पर सफल होना चाहते हैं।

न्होंने कहा, ‘‘मैं रन बनाने और मैच जीतने के लिये क्रिकेट खेलता हूं। मैं आज भी भारत, मेरे राज्य दिल्ली की टीम और किसी भी टी20 फ्रेंचाइजी के लिये मैच जीतना चाहता हूं।’’

गंभीर ने कहा, ‘‘इस बार विश्व कप का हिस्सा नहीं बन पाने से मुझे निराशा हुई। हम मौजूदा चैंपियन हैं और इससे अच्छा अहसास होता है। मैं निश्चित रूप से इस टूर्नामेंट का हिस्सा बनना चाहता था।’’