आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 से भारत के जल्दी बाहर होने के बाद, अन्य दो फॉर्मेट्स में भी कप्तान के रूप में विराट कोहली के भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। इस मुद्दे पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी अपनी राय दी है। उनका मानना है कि 33 वर्षीय विराट कोहली कप्तान के रूप में ‘शानदार’ रहे हैं।
हालांकि, वह यह कहने से भी नहीं चूके कि आप तभी याद किए जाते हैं, जब आप लगातार विश्व टूर्नामेंट जीतते हैं और वास्तविकता यह है कि टीम इंडिया ने पिछले 8 साल से आईसीसी का कोई भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीता है। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी उसकी खराब शुरुआत हुई थी। उसने अपने शुरुआती दोनों मुकाबले कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ गंवा दिए थे।
विराट कोहली ने सोमवार को नामीबिया के खिलाफ कप्तान के रूप में 8 नवंबर 2021 को अपना आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच खेला। बतौर कप्तान अपने आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में उन्होंने नामीबिया के खिलाफ 9 विकेट से जीत हासिल की। विराट कोहली ने पहले ही घोषणा की थी कि टूर्नामेंट के बाद वह सबसे छोटे प्रारूप में भारतीय कप्तान के रूप में अपने पद से हट जाएंगे।
टी20 की कप्तानी छोड़ने के बाद उनके अन्य दो फॉर्मेट्स (टेस्ट और एकदिवसीय मैच) में भी कप्तान के रूप में भविष्य को लेकर अटकलें लग रही हैं। इस बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी मामले पर अपनी राय दी।
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पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि बतौर कप्तान 33 साल के विराट कोहली का करियर शानदार रहा है। उन्हें एकदिवसीय और टेस्ट में नेतृत्व की भूमिका नहीं छोड़नी चाहिए। सहवाग ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक प्रशंसक के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही। फैन ने उनसे पूछा था कि क्या कोहली को टेस्ट और वनडे की कप्तानी से भी इस्तीफा नहीं दे देना चाहिए?
इस पर सहवाग ने कहा, ‘यह विराट का फैसला है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्हें बाकी दो फॉर्मेट्स की कप्तानी छोड़नी चाहिए। अगर वह सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में खेलना चाहते हैं, तो यह उनका फैसला है। जहां तक मेरा सवाल है तो मुझे लगता है कि उनकी कप्तानी में, भारत अच्छा खेल रहा है और एक कप्तान के रूप में उनका रिकॉर्ड शानदार है।’
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सहवाग ने आगे कहा, ‘वह अच्छे खिलाड़ी हैं, आक्रामक कप्तान हैं और आगे बढ़कर नेतृत्व करते हैं। मैं दोहराता हूं कि वनडे और टेस्ट में कप्तानी छोड़ना या नहीं छोड़ना उनका निजी फैसला होना चाहिए।’
हालांकि, पूर्व सलामी बल्लेबाज ने जोर देकर कहा कि आईसीसी टूर्नामेंटों में टीम के खराब प्रदर्शन पर आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी की जीत के बाद से, भारत को अब तक एक भी आईसीसी खिताब नहीं मिला है। टीम इंडिया 17 नवंबर को तब फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करेगी, जब टीम तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी।
सहवाग ने कहा, ‘मुझे पता है कि बुरे समय में हमें टीम का समर्थन करना चाहिए, लेकिन एक लंबा समय हो गया है, हमने कोई बड़ा आईसीसी (ICC) टूर्नामेंट नहीं जीता है। भारत को निश्चित रूप से इस पर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। द्विपक्षीय सीरीज जीतना एक बात है, लेकिन लोग आपको तभी याद करते हैं जब आप लगातार विश्व टूर्नामेंट जीतते हैं।’