भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह एक बार फिर से एमएस धोनी पर भड़के नजर आए और बताया कि किस तरह से धोनी ने उनके बेटे युवराज सिंह का क्रिकेट करियर बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि वह भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज धोनी को कभी माफ नहीं करेंगे क्योंकि उनका बेटा टीम के लिए 5-6 साल और खेल सकता था।
धोनी को कभी माफ नहीं कर सकता
युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह पहले भी अपने बेटे के क्रिकेट करियर में गिरावट के लिए एमएस धोनी को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। इस बार भी उन्होंने धोनी पर निशाना साधने से परहेज नहीं किया। योगराज सिंह ने कहा कि धोनी को आईने में अपना चेहरा देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि धोनी इतना बड़ा क्रिकेटर है, लेकिन उसने युवराज सिंह के साथ कुछ भी अच्छा नहीं किया। जी स्विच यूट्यूब चैनल से बात करते हुए योगराज ने कहा कि मैं एमएस धोनी को माफ नहीं करूंगा और उसे आईने में अपना चेहरा देखना चाहिए। योगराज ने आगे कहा कि वह बहुत बड़ा क्रिकेटर है, लेकिन उसने मेरे बेटे के खिलाफ जो कुछ किया है, वह सब अब सामने आ रहा है, उसे जीवन में कभी माफ नहीं किया जा सकता।
युवराज को मिलना चाहिए ‘भारत रत्न’
योगराज सिंह ने कहा कि मैंने जीवन में कभी दो चीजें नहीं कीं, पहली मैंने कभी किसी को माफ नहीं किया जिसने मेरे साथ गलत किया, और दूसरी मैंने अपने जीवन में कभी उन्हें गले नहीं लगाया चाहे वे मेरे परिवार के सदस्य हों या मेरे बच्चे। योगराज सिंह ने आगे कहा कि एमएस धोनी ने युवराज सिंह की जिंदगी बर्बाद कर दी। उन्होंने कहा कि गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी भी उनके बेटे को भारत की नेशनल क्रिकेट टीम का सबसे बड़ा मैच विनर मानते हैं।
योगराज ने कहा कि उस आदमी (एमएस धोनी) ने मेरे बेटे की जिंदगी बर्बाद कर दी जो भारत के लिए और 4-5 साल और खेल सकता था। मैं सभी को चुनौती देता हूं कि वे युवराज जैसा बेटा पैदा करें। गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने भी पहले कहा है कि भारत में कोई दूसरा युवराज सिंह नहीं होगा। युवराज को भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए क्योंकि कैंसर से जूझते हुए भी उसने देश के लिए खेला और टीम को वनडे वर्ल्ड कप (2011) विनर बनाया।
आपको बता दें कि युवराज सिंह ने 2000-2017 तक 402 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 11,178 रन बनाए। उन्होंने सभी प्रारूपों में 17 शतक और 71 अर्द्धशतक लगाए और भारत के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में अपना करियर समाप्त किया।