भारतीय क्रिकेट अपने दो महान खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट से विदाई दे रहा है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने उनके अचानक संन्यास लेने पर दुखी हैं। उन्होंने रोहित और विराट को लेकर अपनी भावनात्मक और आलोचनात्मक राय साझा की है। बुधवार 14 मई 2025 को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता इन दोनों दिग्गजों के कारण पैदा होने वाले संभावित खालीपन को लेकर भी चिंतित दिखे।

हर किसी का समय आता है: योगराज सिंह

योगराज सिंह ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में विराट कोहली के कद और प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘विराट कोहली एक बड़े खिलाड़ी हैं, इसलिए यह निश्चित रूप से नुकसान होगा।’ उन्होंने 2011 में भारत के परिवर्तन के दौर से तुलना करते हुए कहा, ‘जब 2011 में कई खिलाड़ियों को या तो हटा दिया गया या रिटायर कर दिया गया या उन्हें रिटायर होने के लिए मजबूर किया गया तो टीम बिखर गई और अब तक वापस खड़ी नहीं हो सकी है।’ हालांकि, उन्होंने माना कि हर किसी का समय आता है।

रोहित-विराट ने अभी बचा है क्रिकेट: योगराज

योगराज का मानना ​​है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों में अभी क्रिकेट बचा हुआ है। उन्होंने दोहराया, ‘मुझे लगता है कि विराट और रोहित में अभी काफी क्रिकेट बाकी है।’ अपने बेटे युवराज सिंह के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर होने का हवाला देते हुए योगराज सिंह ने कहा, ‘जब वह संन्यास ले रहा था तो मैंने युवी (युवराज सिंह) से कहा था कि यह सही कदम नहीं है। जब किसी को अपनी क्षमता कम लगने लगे तो उसे मैदान छोड़ देना चाहिए।’

बीसीसीआई की इसलिए आलोचना की

योगराज सिंह ने युवाओं पर अत्यधिक निर्भरता के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा चलन की आलोचना भी की। उन्होंने चेतावनी दी कि अनुभवी लीडर्स की कमी टीम को अस्थिर कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप युवाओं से भरी टीम बनाते हैं, तो वह हमेशा बिखर जाएगी।’

विराट कोहली के अचानक संन्यास लेने पर वह बोले, ‘शायद विराट को लगता है कि उनके पास हासिल करने के लिए और कुछ नहीं बचा है।’ उन्होंने कहा कि आंतरिक संतुष्टि ने ही विराट कोहली के इस निर्णय को प्रभावित किया होगा। रोहित शर्मा की ओर ध्यान दिलाते हुए योगराज ने विशेष रूप से कहा कि सही सपोर्ट के साथ भारतीय कप्तान अपने रेड बॉल करियर आगे बढ़ा सकते थे।

रोहित-सहवाग ने जल्दी संन्यास लिया: योगराज

योगराज सिंह ने कहा, ‘मुझे लगता है कि रोहित शर्मा को रोजाना प्रेरित करने के लिए सिर्फ एक व्यक्ति की जरूरत थी। उदाहरण के लिए, सुबह 5 बजे दौड़ने के लिए जाना।’ उन्होंने कहा, ‘रोहित शर्मा और वीरेंद्र सहवाग दो ऐसे लोग हैं जिन्होंने बहुत जल्दी संन्यास ले लिया।’ योगराज सिंह अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, ‘महानतम खिलाड़ियों को 50 साल की उम्र तक खेलना चाहिए…। मैं उनके संन्यास से दुखी हूं, क्योंकि अब युवाओं को प्रेरित करने वाला कोई नहीं बचा है।’