भारत के युवा सुपरस्टार यशस्वी जायसवाल को फरवरी 2024 के लिए ICC मेन्स प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है। यशस्वी जायसवाल ने फरवरी 2024 के लिए ICC मेंस प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरस्कार जीतने के लिए न्यूजीलैंड के अनुभवी केन विलियमसन और श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज पथुम निसांका को पीछे छोड़ा।

बहुत कम क्रिकेटर्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत यशस्वी जायसवाल जितनी मजबूत की है। आंकड़े साबित करते हैं कि यशस्वी जायसवाल भविष्य में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट सलामी बल्लेबाजों में से एक हो सकते हैं। यशस्वी जायसवाल आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा चक्र (2023-25) में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।

यशस्वी ने फरवरी 2024 में बनाए कई रिकॉर्ड

यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 5 टेस्ट मैच में 712 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में किसी भारतीय बल्लेबाज की ओर से बनाए गए ये सबसे ज्यादा रन हैं। 22 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने फरवरी 2024 में कई रिकॉर्ड बनाए।

यशस्वी इंग्लैंड के खिलाफ लगाए 2 दोहरे शतक और 3 अर्धशतक

यशस्वी ने राजकोट में अपने दोहरे शतक के दौरान एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्कों (12) टेस्ट रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दो दोहरे शतक और तीन अर्धशतक लगाए। आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ बनने के बाद यशस्वी जायसवाल ने बताया, ‘मैं आईसीसी पुरस्कार हासिल करके बहुत खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में मुझे और पुरस्कार मिलेंगे।’

ब्रैडमैन और कांबली के क्लब में भी हो चुके हैं शामिल

22 साल और 49 दिन की उम्र में बैक-टू-बैक दोहरे शतक ने उन्हें सर डोनाल्ड ब्रैडमैन और विनोद कांबली के बाद टेस्ट में लगातार दो दोहरे शतक बनाने वाले दुनिया के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बना दिया। यशस्वी जायसवाल ने फरवरी 2024 में 3 टेस्ट मैच में 20 छक्के समेत 112 की औसत से 560 रन बनाए थे।

यशस्वी ने मार्च में भी अपनी फॉर्म कायम रखी और 1000 टेस्ट रन के मील के पत्थर तक पहुंच गए। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे सबसे तेज भारतीय बन गए। यशस्वी ने राजकोट में 214 रन की नाबाद पारी को अब तक की अपनी सर्वोच्च उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि जब मैंने राजकोट में अपना दोहरे शतक पूरा किया तो मुझे लगता है कि वह कुछ ऐसा था जिसका मैंने वास्तव में आनंद लिया और महसूस किया।’