यशस्वी जयसवाल को घरेलू स्तर पर लगातार अच्छे प्रदर्शन और आईपीएल 2023 में तूफानी बल्लेबाजी के बाद पहले भारतीय टेस्ट टीम में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए इंग्लैंड दौरे पर बतौर स्टैंडबाई खिलाड़ी टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिए जब चेतेश्वर पुजारा को टीम से बाहर किया गया तब 21 साल के यशस्वी को मौका मिल गया। वैसे ये सही भी लगता है क्योंकि पुजारा 35 साल के हो चुके हैं और अब आपको भविष्य की टीम भी तैयार करनी है। अगर नए खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलेगा तो भी वो कैसे इंटरनेशनल स्तर पर खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।

वैसे तो भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिनका जीवन प्रेरणा देने वाला रहा है और उन्होंने बड़ी-बड़ी तकलीफों का सामना करते हुए बड़े लेवल पर खुद को स्थापित किया है। यशस्वी जयसवाल भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं और अब उनकी मेहनत का फल उन्हें मिलने लगा है। यशस्वी के असली क्रिकेट जीवन की शुरुआत वेस्टइंडीज दौरे से होने वाली है और उन्हें भविष्य का खिलाड़ी भी कहा जा रहा है। हालांकि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है साथ ही साथ कई तकलीफों का भी सामना किया है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए यशस्वी ने बताया कि मैं इस पल के लिए बहुत इंतजार किया है और देश के लिए खेलना मेरा सपना रहा है। यशस्वी ने अपने संघर्ष भरे दिनों में पानी पूरी बेचा है और टेंट में भी रहे। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह से वो और उनका रूम मेट जो एक ग्राउंड्समैन थे, दोनों आजाद मैदान के एक पेड़ पर चढ़ जाते थे जिससे कि वो मुंबई प्रेस क्लब में लगे बड़े स्क्रीन पर आईपीएल मैच देख पाएं। उस दौरान यशस्वी अपने रूम मेट से कहते थे कि एक दिन आप मुझे वानखेड़े स्टेडियम में अंडर लाइट खेलते हुए देखेंगे। इसके बाद वो दिन भी आया जब उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के खिलाफ आईपीएल में शतक भी लगाया और उनका कहा हुआ सच हो गया।