देवेंद्र पांडे। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल के अनापत्ति प्रमाण पत्र (NoC) आवेदन को वापस लेने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। अब वह आगामी घरेलू सत्र में मुंबई के लिए खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे। एमसीए के अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने द इंडियन एक्सप्रेस से पुष्टि की कि शीर्ष परिषद ने जायसवाल के वापसी के आवेदन को स्वीकार कर लिया है।

नाइक ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “हमने जायसवाल के एनओसी आवेदन को वापस लेने को स्वीकार कर लिया है और वह आगामी घरेलू सत्र के दौरान मुंबई के लिए उपलब्ध रहेंगे।” इस वर्ष मई में 23 वर्षीय खिलाड़ी ने अब मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को अपना एनओसी वापस लेने के लिए एक ईमेल लिखा है और कहा है कि वह अगले घरेलू सत्र के लिए मुंबई का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपलब्ध हैं।

जायसवाल ने क्या कहा था?

इससे पहले मई में जायसवाल ने गोवा के लिए खेलने के अपने फैसले पर यू-टर्न लेते हुए एमसीए को एक ईमेल लिखा था। उन्होंने कहा, “मैं हस्ताक्षरकर्ता आपसे अनुरोध करता हूं कि आप मेरे द्वारा दिए गए एनओसी को वापस लेने के मेरे अनुरोध पर विचार करें। मेरे पास गोवा में शिफ्ट होने की कुछ पारिवारिक योजनाएं थीं, जिन्हें फिलहाल रोक दिया गया है! इसलिए मैं ईमानदारी से एमसीए से अनुरोध करता हूं कि मुझे इस सीजन में मुंबई के लिए खेलने की अनुमति दी जाए! मैंने बीसीसीआई या गोवा क्रिकेट एसोसिएशन को एनओसी नहीं सौंपी है।”

व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था

अप्रैल में जायसवाल ने गोवा जाने के लिए एनओसी मांगकर एमसीए अधिकारियों को हैरान कर दिया था। जायसवाल ने अपने ट्रांसफर के लिए व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था। गोवा ने रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट स्टेज के लिए क्वालिफाई किया था। अगर जायसवाल गोवा का प्रतिनिधित्व करने की अपनी योजना के साथ आगे बढ़ते तो वे अर्जुन तेंदुलकर और सिद्धेश लाड जैसे खिलाड़ियों के पदचिन्हों पर चलते, जो इस पीढ़ी के मुंबई के खिलाड़ी हैं, जिन्होंने गोवा का प्रतिनिधित्व किया है।

कप्तानी थी वजह

भारत के ओपनर बल्लेबाज ने अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की है। ऑस्ट्रेलिया में पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के दौरान शतक और दो अर्धशतक के साथ भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। उन्होंने कहा था कि गोवा के लिए नेतृत्व की भूमिका मिलना इस बदलाव का कारण था।

जायसवाल ने क्या कहा था

जायसवाल ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “गोवा ने मुझे एक नया अवसर दिया है और मुझे नेतृत्व की भूमिका दी है। मेरा पहला लक्ष्य भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना होगा और जब भी मैं भारतीय टीम में नहीं रहूंगा मैं गोवा के लिए खेलूंगा और टूर्नामेंट में उन्हें आगे ले जाने की कोशिश करूंगा। यह एक (महत्वपूर्ण) अवसर है, जो मेरे पास आया और मैंने इसे स्वीकार कर लिया।”

11 साल की उम्र में भदोही से मुंबई आए

जायसवाल 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलने के लिए उत्तर प्रदेश के भदोही के सुरियावां से मुंबई चले गए थे। उन्होंने अंडर-19 के दिनों से ही भारत का प्रतिनिधित्व किया है और कुछ सीजन पहले विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाकर उन्होंने धमाल मचा दिया था। मुंबई के लिए प्रदर्शन के कारण वह भारतीय टीम के चयनकर्ताओं के रडार पर आए और आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के साथ अनुबंध दिलाया।