लंदन के द ओवल मैदान पर बुधवार से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। टीम इंडिया पिछली बार भी फाइनल में पहुंची थी लेकिन तब उसे हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उसके सामने ऑस्ट्रेलिया की चुनौती है जिसे भारत ने उसी के घर पर दो बार हराया है। मैच से पहले टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने पूरे तेवर दिखाते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम उन्हें हल्के में नहीं लेती है।

विराट कोहली ने कहा- ऑस्ट्रेलिया करता है सम्मान

कोहली ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘शुरुआत में प्रतिद्वंद्विता काफी कड़ी थी, माहौल भी काफी तनावपूर्ण था। लेकिन जब से हमने ऑस्ट्रेलिया में दो बार जीत हासिल की है, प्रतिद्वंद्विता सम्मान में बदल गई है और अब हमें एक टेस्ट टीम के रूप में हल्के में नहीं लिया जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम उस सम्मान को महसूस कर सकते हैं जब हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हैं कि ‘उन्होंने हमें स्वदेश में लगातार दो बार हराया है और यह बराबरी की लड़ाई होगी।’’

ओवल की पिच से मिलेगी चुनौती

भारत के पूर्व कप्तान का मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल का नतीजा टीमों के परिस्थितियों से तालमेल और सामंजस्य बैठाने पर निर्भर करेगा। ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों ने द ओवल में संघर्ष किया है। जहां ऑस्ट्रेलिया ने अपने 38 टेस्ट मैचों में से सिर्फ सात जीते हैं, वहीं भारत यहां 14 मैचों में सिर्फ दो जीत हासिल कर पाया है। कोहली ने अपनी टीम को भी राय दी और कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ओवल में खेलना चुनौतीपूर्ण होगा, हमें सपाट विकेट नहीं मिलेगा और बल्लेबाजों को सतर्क रहने की जरूरत है। हमें अपनी एकाग्रता और अनुशासन पर ध्यान देना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आपको परिस्थितियों के अनुसार खेलने के अनुभव की आवश्यकता है और हम इस उम्मीद के साथ नहीं जा सकते हैं कि द ओवल की पिच हमेशा की तरह खेलेगी। इसलिए हमें सामंजस्य और तालमेल बैठाना होगा, हमारे पास तटस्थ स्थान पर केवल एक मैच है और जो भी बेहतर सामंजस्य बैठाएगा वह जीतेगा।’’