भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने रविवार को एक पत्रकार के साथ अपनी बातचीत के स्क्रीनशॉट शेयर किए थे। उन्होंने लिखा था कि भारतीय क्रिकेट के लिए सबकुछ करने के बाद एक पत्रकार द्वारा ऐसा व्यवहार किया जा रहा है मेरे साथ। इस मामले में पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह उनके समर्थन में उतर आए हैं।
वीरू ने जहां साहा के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि,यह काफी दुखद है। वह ना ही रिस्पेक्टेड है और ना ही जर्नलिस्ट है। यह सिर्फ चमचागिरी है। हम आपके साथ हैं ऋद्धिमान। दूसरी तरफ हरभजन सिंह ने गुस्से में बीसीसीआई, सौरव गांगुली, जय शाह और अरुण सिंह धूमल को टैग करते हुए लिखा कि, प्लेयर्स को प्रोटेक्ट करिए।
भज्जी ने ट्वीट में पत्रकार का नाम पूछते हुए लिखा कि, ऋद्धिमान आप बस उस इंसान (पत्रकार) का नाम बताइए जिससे क्रिकेट कम्युनिटी भी जाने कौन इस तरह से काम करता है। वरना अच्छे लोगों पर भी शक किया जाएगा। यह किस तरह की पत्रकारिता है?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल श्रीलंका टेस्ट सीरीज के लिए चुनी गई भारत की टेस्ट टीम में ऋद्धिमान साहा को जगह नहीं मिली है। जिसके बाद उन्होंने निराशा जाहिर करते हुए कुछ चुनिंदा पत्रकारों को इंटरव्यू दिया। भारतीय क्रिकेटर की लिस्ट में एक पत्रकार का नाम नहीं था जिसके बाद वह भड़के और उन्होंने साहा को मैसेज कर दिया। चैट में वह पत्रकार साहा से जबरन कहता है,’मुझे इंटरव्यू दीजिए। वह अच्छा रहेगा। अगर आप डेमोक्रेटिक बनना चाहते हैं तो मैं पुश नहीं करूंगा।’
पत्रकार आगे लिखता है कि,’उन्हें एक बेस्ट विकेटकीपर चुनना था जो उन्होंने (सेलेक्टर्स ने) ले लिया है उसे जो बेस्ट था। लेकिन आपने जिन 11 पत्रकारों को इंटरव्यू के लिए चुना वह मेरे हिसाब से बेस्ट नहीं थे। आपको उसे चुनना था जो आपकी ज्यादा मदद कर पाता।’ इसके बाद वह पत्रकार ऋद्धिमान को वॉइस कॉल करने की कोशिश करता है जैसा कि स्क्रीनशॉट में दिख रहा है।
इसके बाद पत्रकार द्वारा भेजे गए मैसेज में लिखा है कि,’आपने मुझे कॉल नहीं किया। अब मैं कभी आपका इंटरव्यू नहीं करूंगा। मैं कभी अपमान को शांती से नहीं स्वीकारता। मैं इसे हमेशा याद रखूंगा। आपने जो किया आपको मेरे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था।’
वहीं टीम में सेलेक्ट नहीं होने के बाद स्पोर्ट्स स्टार को दिए इंटरव्यू में साहा ने कहा था कि,‘न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट के बाद, दादा (सौरव गांगुली) ने मुझे मैसेज किया, मेरी पारी के लिए बधाई दी और मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया। इसलिए, जब राहुल भाई ने मुझे फोन किया, तो मुझे लगा कि शायद वह मुझसे मेरी योजनाओं के बारे में बात करना चाहते हैं।’
यहां मामला कुछ और ही था। साहा ने कहा कि, ‘टीम मैनेजमेंट में मुझसे कहा था कि अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। मैं यह तब तक नहीं बता सकता था, जब तक मैं भारतीय टीम के सेटअप का हिस्सा था। यहां तक कि राहुल द्रविड़ ने सलाह दी थी कि मुझे संन्यास लेने के बारे में सोचना चाहिए।’
ऋद्धिमान साहा के करियर पर एक नजर
ऋद्धिमान साहा ने भारत के लिए 40 टेस्ट में तीन शतक की मदद से 1353 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 30 से कम रहा है। उन्होंने हालांकि विकेट के पीछे 104 शिकार किए हैं जिसमें 92 कैच और 12 स्टंपिंग शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने 9 वनडे मैच भी भारत के लिए खेले हैं जिसमें सिर्फ 41 रन उनके नाम दर्ज हैं।