विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने सोमवार 24 जुलाई 2023 को कहा कि उन्हें पीड़ा पहुंची है कि युवा पहलवानों ने उन्हें अदालत में घसीटा, लेकिन साथ ही उन्हें खुशी भी है कि जूनियर पहलवानों ने अपने अधिकारों के लिए लड़ना शुरू कर दिया है। विनेश और बजंरग एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट स्वीकार करने के लिए कुश्ती जगत की आलोचना का सामना कर रहे हैं।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की तदर्थ समिति ने हांगझू एशियाई खेलों के लिए सभी 18 वर्ग में में ट्रायल का आयोजन किया, लेकिन बजरंग (65 किग्रा) और विनेश (53 किग्रा) को सीधे प्रवेश देने का फैसला किया। इस पर कुश्ती जगत ने नाराजगी जाहिर की।
पहलवान अंतिम पंघाल और सजीत कलकल ने छूट पर रोक लगाने की अपील करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हालांकि, उनकी अर्जी खारिज हो गई। विदेश में अलग-अलग जगह ट्रेनिंग कर रहे बजरंग और विनेश ने सोशल मीडिया पर LIVE आकर आरोपों का जवाब दिया।
मैं अंतिम को दोष नहीं दे सकती: विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने कहा, ‘हम ट्रायल के खिलाफ नहीं हैं। मैं अंतिम को दोष नहीं दे सकती। वह गलत नहीं है। वह अपने अधिकार के लिए लड़ रही है और हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे हैं। वह बहुत युवा है, उसे समझ नहीं आता। लेकिन हम गलत नहीं हैं।’
जब हमने वार सहे तब कोई आगे नहीं आया: विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने कहा, ‘हमने व्यवस्था के खिलाफ, ताकतवर के खिलाफ लड़ाई लड़ी। हमने अपने सिर पर वार सहे, (तब) कोई भी आगे नहीं आया।’ विनेश ने कहा, ‘वह कहती है कि उसे धोखा दिया गया था, लेकिन क्या मैंने (राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल के दौरान) धोखा दिया था? अगर यह किया गया था तो यह बृजभूषण ने किया था या करवाया था। मेरा काम कुश्ती करना था और मैंने वह किया।’
विश्व चैंपियनशिप की दो बार की पदक विजेता विनेश फोगाट ने कहा, ‘अगर उसे ठगा हुआ महसूस हुआ तो उसे उसी समय अदालत में जाना चाहिए था। पीड़ा पहुंचती है। लेकिन मुझे खुशी है कि बच्चों ने बोलना शुरू कर दिया है, वे अब साहस जुटा रहे हैं। यह कुश्ती के लिए सकारात्मक है।’
ट्रायल के बाद ही कुछ बोलूंगा: बजरंग पूनिया
बजरंग ने कहा कि वह ट्रायल के बाद और याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ही इस मुद्दे पर बोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कहा गया था कि 3 या 4 पहलवान हैं जो विनेश को हरा सकते हैं, लेकिन प्रिय अंतिम, विनेश अब तक हारी नहीं है और ना ही हारेगी।’
बजरंग ने कहा, ‘अंतिम आपने कहा था कि आप अंडर-20 चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय बनीं, लेकिन विनेश विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली एकमात्र महिला पहलवान हैं। आपने हमारे खिलाफ अदालत में मामला दायर किया है?’
धरने देने के कारण अभ्यास नहीं कर पाई: विनेश फोगाट
विनेश ने कहा कि वह ट्रायल से नहीं डरतीं। उन्होंने कहा, ‘हमने कुश्ती को 20 साल दिए हैं। वह कहती है कि मैंने अभ्यास नहीं किया है, लेकिन मैं धरनास्थल पर थी। हमारे अंदर अब भी भूख है। जब हम अपने करियर के चरम पर थे, तो हमने सब कुछ दांव पर लगा दिया था।’
धरने पर मेहनत की होती तो बृजभूषण बाहर नहीं होते: विनेश फोगाट
विनेश ने कहा, ‘जितनी मेहनत उन्होंने ये ट्रायल कराने में की है, अगर उतनी मेहनत उन्होंने धरने पर की होती तो आज बृजभूषण बाहर नहीं होता और हम सब कुश्ती लड़ रहे होते।’ उन्होंने कहा, ‘हम ट्रायल से नहीं भागे, हम सिर्फ ट्रेनिंग के लिए पर्याप्त समय चाहते थे।’
हम देश से नहीं भागे हैं: विनेश फोगाट
विनेश ने कहा, ‘हमारे ट्रायल लीजिए, हम देश से नहीं भागे हैं। कोई जीतता है और कोई हारता है, लेकिन क्या हमें प्रशिक्षण के लिए एक महीने का समय भी नहीं दिया जा सकता?’ विनेश ने यह भी कहा कि वह इस तरह सब कुछ छोड़ने वाली नहीं हैं।
मैं कुछ भी छोड़ने वाली नहीं: विनेश फोगाट
उन्होंने कहा, ‘मुझे इस खेल में 20 साल हो गए हैं। मैं 2 बार ओलंपिक से बिना पदक लिए लौटी हूं। मैंने और मेरी मां ने ओलंपिक में जीतने का सपना देखा है। मुझे क्यों सब कुछ छोड़ना चाहिए।’ बजरंग ने कहा कि वह बार-बार स्पष्टीकरण जारी नहीं करेंगे।
बजरंग पूनिया ने कहा, ‘पूरी कुश्ती बिरादरी एक साथ बैठ सकती है। आप हमारे सवालों का जवाब दें और हम आपके सवालों का जवाब देंगे। अगर हम गलत साबित हुए तो हम कुश्ती छोड़ देंगे।’ उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह का पक्ष लेने के लिए लंदन ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त की भी आलोचना की।