बृजभूषण सिंह पर जब से महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण करने के आरोप लगे हैं वह तभी से खुद को निर्दोष बता रहे हैं। निगरानी समिति और दिल्ली पुलिस के सामने बीजेपी सांसद ने अपने बचाव में कई अजीब दलीलें दी हैं। दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ जो चार्जशीट दायर की है उसमें ओवरसाइट कमेटी की रिपोर्ट भी शामिल हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बृजभूषण सिंह को यौन शोषण के नियमों की जानकारी नहीं थी जबकि यह नियम उनके सांसद रहते हुए ही बनाए गए हैं।

बृजभूषण सिंह की अजीब दलील

बृजभूषण सिंह से सवाल किया गया कि सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक फेडरेशन ने यौन शोषण की शिकायतों के लिए समिति क्यों नहीं बना। सांसद ने जवाब देते हुए कहा, ‘आज तक किसी ने भी कोई शिकायत नही नहीं की। अगर ऐसा कोई नियम होता कि महिला को समिति का हिस्सा बनाना होता है तो मैं ऐसा जरूर करता।’

सांसद होकर भी नियम नहीं जानते बृजभूषण सिंह

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कमेटी ने फिर बृजभूषण को याद दिलाया कि साल 2013 में संसद में इसे लेकर नियम पारित किया गया था। उस समय बृजभूषण भी संसद का हिस्सा थे। इसके बावजूद उन्हें नियम के बारे में जानकारी नहीं थी। यह सुनते ही बृजभूषण सिंह ने अपनी गलती मानी और कहा, ‘मैं मानता हूं कि मुझे जो करना चाहिए था मैंने नहीं किया लेकिन अगर ऐसे मामले आते हैं तो ऐसा करेंगे।’ इसके अलावा उन्होंने बाकी सभी आरोपों को निराधार बताया।

बृजभूषण सिंह पर छह महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उनका कहना था कि बृजभूषण सिंह उन्हें अकेले मिलने बुलाते थे। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष पर महिला पहलवानों की छाती और पेट को छूने का भी आरोप लगा है।