Wrestlers Protest: दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ अब तक प्राथमिकी (FIR) नहीं दर्ज होने को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी कठघरे में खड़ा किया। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से भी सवाल किया।
साक्षी मलिक ने कहा, ‘मैं स्मृति ईरानी (केंद्रीय मंत्री) से पूछना चाहती हूं कि वह अब चुप क्यों हैं? चार दिन हो गए हैं, हम सड़क पर सो रहे हैं, मच्छरों के काटने को सह रहे हैं। हमें (दिल्ली पुलिस द्वारा) खाना पकाने और ट्रेनिंग करने की मंजूरी नहीं दी जा रही है, आप क्यों चुप हैं? मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि आप यहां आओ, हमारी बात सुनो और हमारा समर्थन करो।’
साक्षी को लगता है कि शायद उनकी बात प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंच रही है। साक्षी मलिक ने कहा, ‘शायद हमारी सच्चाई उन तक नहीं पहुंच रही है, इसलिए हम उनसे मिलना चाहते हैं। हम उन्हें हमारे मुद्दों से अवगत कराना चाहते हैं।’
विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट ने कहा, ‘हमारे पास (संबंधित लोगों के टेलीफोन) नंबर तक नहीं हैं, जिससे कि हम उन तक पहुंच सकें इसलिए हम मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी से मुद्दों को उठाने की अपील कर रहे हैं। शायद तब वह हमारी पुकार सुनें। हमारी आत्मा लगभग मर चुकी है, शायद वह देख लें।’
अधिकारियों को दिखाई दे इसलिए निकालेंगे कैंडल मार्च: विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने यह भी कहा कि वे शाम को ‘कैंडल मार्च’ (मोमबत्ती जलाकर यात्रा) निकालेंगे। उन्होंने कहा, ‘शायद अधिकारियों को नहीं दिख रहा है, इसलिए हम कुछ रोशनी देने के लिए कैंडल मार्च निकालेंगे। शायद वे देख सकें कि भारत की बेटियां जो सिर्फ पहलवान नहीं हैं, बल्कि कई महिलाओं की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, सड़कों पर हैं।’
क्या हमें सांस लेने के लिए भी मंजूरी लेनी होगी: बजरंग पूनिया
टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा, ‘अभ्यास के लिए हम कुश्ती मैट लाए थे, लेकिन हमें मंजूरी नहीं दी गई। यहां तक कि हम यहां अपना खाना भी नहीं बना सकते, क्योंकि अनुमति नहीं है। अब क्या हमें सांस लेने के लिए भी मंजूरी लेनी होगी।’
उन्होंने यह भी कहा कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख के लोगों द्वारा उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। बजरंग पूनिया ने कहा, ‘कुछ लोग हमें हतोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं। वे कहानियां सुनाकर हमें डरा रहे हैं कि कैसे बृजभूषण ने विरोधी को मार डाला, लेकिन मैं बता दूं कि हम डरने वाले नहीं हैं।’
विनेश फोगाट ने की देश के सभी खिलाड़ियों से एकजुट रहने की अपील
विनेश फोगाट ने सभी खिलाड़ियों से अपील की कि वे उनके साथ एकजुट रहें। उन्होंने कहा, ‘क्या हम लालच, भय और स्वार्थ को पीछे नहीं रख सकते? मैं देश के सभी खिलाड़ियों, ओलंपिक पदक विजेताओं, राष्ट्रीय पदक विजेताओं और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेताओं से एक साथ आने और एकजुट रहने की अपील करती हूं।’
विनेश फोगाट ने कहा, ‘अगर हम एकजुट होते हैं तो कोई कारण नहीं है कि हम एक दिन ओलंपिक में नंबर एक देश नहीं बन सकते।’ इस बीच पहलवानों ने कोच सुजीत मान के मार्गदर्शन में धरनास्थल पर ही अभ्यास शुरू कर दिया। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान ने सुबह 7:30 से 8:45 तक अभ्यास किया।