वनडे वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत 5 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी स्टडेयिम में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच मैच से हुई थी। इस मैच में काफी कम दर्शक आए थे। न्यूजीलैंड ने आसानी से यह मैच जीत लिया था। एकतरफा मैच और कम दर्शक होने के बाद वनडे क्रिकेट की प्रासंगिकता पर सवाल उठने लगे थे। 12 दिन और 15 मैच बाद कहानी उलट है। वर्ल्ड कप में रोमांच की सारी हदें पार हो गई हैं। 3 दिन में 2 बड़ी टीमें उलटफेर का शिकार हो गई हैं। अफगानिस्तान ने रविवार को डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचा था। फिर नीदरलैंड्स ने मंगलवार को साउथ अफ्रीका को हराकर इतिहास रचा।
साउथ अफ्रीका की टीम के साथ ‘चोकर्स’ शब्द क्यों जुड़ा हुआ है इसका उदाहरण धर्मशाला में देखने को मिला। प्रोटियाज ने वर्ल्ड कप की शानदार शुरुआत की थी। पहले ही मैच में श्रीलंका को 102 रन से हराया था। साउथ अफ्रीका ने वनडे वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा स्कोर 428 रन ठोककर बताया था कि वह टूर्नामेंट के लिए तैयार है। इसके बाद साउथ अफ्रीका ने 5 बार की डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 134 रन से हराया। इसके बाद उसकी गिनती वर्ल्ड कप की सबसे संतुलित टीमों में हो रही थी। टेम्बा बावुमा की अगुआई वाली टीम को पुराने रंग में लौटने में सिर्फ 2 मैच लगे।
नीदरलैंड्स ने फिर दिया साउथ अफ्रीका को जख्म
नीदरलैंड्स के खिलाफ साउथ अफ्रीका की टीम हारी और एक बार फिर चोकर्स का टैग उसके नाम के आगे जुड़ा। नीदरलैंड्स ने पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में साउथ अफ्रीका को नहीं हराया है। इससे पहले 2022 टी20 वर्ल्ड कप में उसने साउथ अफ्रीका को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था। वनडे वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच से पहले इस उलटफेर की बात तो हो रही थी,लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि नीदरलैंड्स की टीम एक बार फिर ऐसा कर देगी।
नीदरलैंड्स का वर्ल्ड कप में रिकॉर्ड
इसका कारण क्या है? नीदरलैंड्स की टीम जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप के क्वालिफायर्स के बाद से 4 महीने तक कोई मैच नहीं खेली। वर्ल्ड कप से पहले उसने कर्नाटक के अलूर में कैंप लगाया था। कर्नाटक की घरेलू टीम ने अभ्यास मैच में उसे हरा दिया था। ऐसे में नीदरलैंड्स से कोई अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं कर रहा था, लेकिन धर्मशाला में टीम ने वनडे वर्ल्ड कप में पहली बार किसी टेस्ट प्लेइंग नेशन को हराकर इतिहास रच दिया। नीदरलैंड्स की वनडे वर्ल्ड कप में यह तीसरी जीत थी। इससे पहले उसने 2003 में नामीबिया को हराया था। 2007 में उसने स्कॉटलैंड को हराया था।
साउथ अफ्रीका पहली बार किसी एसोसिएट नेशन से वनडे हारा
नीदरलैंड्स ने पहली बार वनडे में जिम्बाब्वे और आयरलैंड के अलावा किसी फुल मेंबर नेशन को हराया है। विश्व कप क्वालिफायर में वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच टाई रहा था। नीदरलैंड्स ने सुपर ओवर में जीत दर्ज की थी। साउथ अफ्रीका पहली बार किसी एसोसिएट नेशन के खिलाफ वनडे मैच हारा है।
साउथ अफ्रीका की टीम से क्या हुई गलती
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। नीदरलैंड्स की टीम 16 ओवर के अंदर 50 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। इसके बाद हर कोई सोच रहा था कि टीम 100-150 के बीच ऑल आउट हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नीदरलैंड्स की टीम ने 34 ओवर के अंदर 140 रन पर 7 विकेट गंवा दिए। इसके बाद साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने खराब गेंदबाजी की। नीदलैंड्स की टीम 8 विकेट पर 245 रन के स्कोर तक पहुंच गई। कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने 78 रन बनाए। नंबर 9 पर खेलने आए वेन डेर मेरवे ने 19 गेंद पर 29 और नंबर 10 पर खेलने आए आर्यन दत्त ने 9 गेंद पर 23 रन ठोक दिए। दोनों ने 28 गेंद पर 52 रन ठोक दिए। बारिश के कारण 43-43 ओवर्स के मैच में 246 का टारगेट लड़ने योग्य था।
डेविड मिलर जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके
साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी की बात करें तो पिछले 2 मैच में 2 शतक जड़ने वाले क्विंटन डीकॉक 20 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद प्रोटियाज बल्लेबाजों ने लाइन लगा दी। 25 ओवर में टीम ने 109 रन पर 6 विकेट खो दिए। डेविड मिलर ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए। वह जबतक क्रीज पर थे साउथ अफ्रीका की उम्मीदें जिंदा थीं। उन्हें एक जीवनदान भी मिला, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके और 31वें ओवर में पवेलियन लौट गए। इसके बाद तो नीदरलैंड्स के लिए जीत औपचारिकता मात्र रह गई थी।